जाम से मुक्ति को शहर से बाहर बनेगा केन यार्ड
शहर में जाम की समस्या से सभी परेशान हैं। गन्ना सीजन में परेशानी और बढ़ जाती है। दिन-रात जाम लगा रहता है। वाहनों की लंबी कतारों में एंबुलेंस और बच्चों के वाहन तक फंसे जाते हैं। अब डीएम जसजीत कौर ने जाम से मुक्ति दिलाने के लिए नई पहल की है। इसके तहत शुगर मिल के केन यार्ड की स्थापना शहर से बाहर होगी।
शामली, जेएनएन। शहर में जाम की समस्या से सभी परेशान हैं। गन्ना सीजन में परेशानी और बढ़ जाती है। दिन-रात जाम लगा रहता है। वाहनों की लंबी कतारों में एंबुलेंस और बच्चों के वाहन तक फंसे जाते हैं। अब डीएम जसजीत कौर ने जाम से मुक्ति दिलाने के लिए नई पहल की है। इसके तहत शुगर मिल के केन यार्ड की स्थापना शहर से बाहर होगी। यदि यह कवायद परवान चढ़ी तो इससे जाम से काफी हद तक मुक्ति मिलने की उम्मीद है।
शामली शहर में जाम के कारण यहां से गुजरना लोगों के लिए मुश्किल भरा होता है। जाम से राहत दिलाने के लिए पुलिस विभाग व नगरपालिका ने सड़कों के बीच में डिवाइडर भी बनवाए, लेकिन इसके लोगों को राहत नहीं मिल सकी। अन्य प्रयास भी सफल नहीं हुए। गत गन्ना पेराई सत्र के शुरू होने पर गन्ने के जाम से मिल रोड, धीमानपुरा फाटक, बुढ़ाना फाटक, अजंता चौक, विजय चौक और गुरुद्वारा रोड पर भयंकर जाम की स्थिति रही। इसमें एंबुलेंस, स्कूली वाहन और आम नागरिक मुश्किल में रहे। हालात यह रहे है कि एंबुलेंस से मरीजों को उतारकर बामुश्किल अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस ने भी लाख प्रयास किए, लेकिन खास राहत नहीं मिली। देर रात तक भी जाम लगते रहे। अब इस समस्या पर जिलाधिकारी जसजीत कौर ने स्थाई हल खोजने की कवायद शुरू की है। इसके तहत चीनी मिल के केन यार्ड को बाहर स्थापित करने पर विचार किया गया। डीएम ने अधिकारियों को शहर से बाहर जमीन देखकर केन यार्ड स्थापित कराने को लेकर जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं। केन यार्ड से मिल में आएगा गन्ना
प्रशासन की योजना के मुताबिक शामली चीनी मिल में कोई भी सीधे गन्ना लेकर नहीं पहुंचेगा, बल्कि यह गन्ना सीधा शहर के बाहर बनाए गए केन यार्ड पर पहुंचाया जाएगा। इस सेंटर पर ही गन्ना तौल कर लिया जाएगा। जिसके बाद एकत्रित कर रात्रि में इसे ट्रकों के माध्यम से मिल में पहुंचा दिया जाएगा। इससे दिनभर के जाम से मुक्ति मिल सकेगी। बीते साल भी हुई थी मशक्कत
जिले में साल 2019 में गन्ना सीजन से प्रशासन ने काफी मशक्कत की थी। इसके लिए कई बार योजना बनी। गन्ने के जाम से निजात दिलाने के लिए मिल को अनेक बार नोटिस भी दिए गए, लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात वाला रहा है। इस मर्तबा गन्ना यार्ड बाहर बनाने को लेकर भी मशक्कत की जा रही है। हालांकि प्रशासन का दावा है कि नए पेराई सत्र से पहले ही केन यार्ड बाहर स्थापित कर समाधान करा लिया जाएगा। इन्होंने कहा--
जाम से निजात दिलाने के लिए प्रशासन केन यार्ड को शहर से बाहर स्थापित कराएगा। जिसके बाद वहां से गन्ना मिल में पहुंचेगा। इससे ट्रेक्टर ट्रालियां व बोगियां शहर के भीतर न होने से जाम नहीं लगेगा। गन्ना सीजन से पहले ही इसे कराने का प्रयास है।
- जसजीत कौर, डीएम।