कैराना उपचुनाव में पक्ष-विपक्ष के निशाने पर रहे थे इंद्र विक्रम ¨सह
जागरण संवाददाता, शामली: कैराना उपचुनाव के बाद डीएम सहारनपुर पीके पांडेय व डीएम शामली
जागरण संवाददाता, शामली: कैराना उपचुनाव के बाद डीएम सहारनपुर पीके पांडेय व डीएम शामली इंद्र विक्रम ¨सह आरोप-प्रत्यारोप से घिर गए थे। महागठबंधन के नेताओं ने दोनों ही डीएम पर ईवीएम व वीवीपेट खराब होने व भाजपा प्रत्याशी को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया था। बाकायदा मुख्य चुनाव आयुक्त से दिल्ली में विपक्ष के नेताओं ने लिखित शिकायत की थी। भाजपा प्रत्याशी मृगांका ¨सह ने भी पार्टी के उच्च नेताओं व संगठन की बैठक में पुलिस-प्रशासन पर खुद को हराने का आरोप लगाया था। डीएम सहारनपुर पीके पांडेय व तत्कालीन एसपी शामली देवरंजन को चुनाव परिणाम के बाद ही हटा दिया गया था। इंद्र विक्रम ¨सह का अब तबादला किया गया है। उस वक्त भी इनके तबादले की चर्चाएं उठी थीं।
कैराना उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी मृगांका सिंह को शिकस्त का सामना करना पड़ा था। महागठबंधन को कैराना में रालोद प्रत्याशी तबस्सुम हसन की जीत से संजीवनी मिली थी। चुनाव के दौरान महागठबंधन ने सहारनपुर-शामली प्रशासन-पुलिस पर भाजपा के एजेंट के रूप में काम करने का आरोप लगाया था। उस दौरान आरोप लगे थे एक सोची समझी साजिश के तहत प्रशासन ने वीवीपेट व ईवीएम मशीन खराब कराई है। पुनर्मतदान को लेकर भी डीएम सहारनपुर-शामली पर सवाल उठाए गए थे। हालांकि शामली जनपद से भाजपा प्रत्याशी को विजय मिली थी। भाजपा की सबसे ज्यादा दुर्गति सहारनपुर जिले की गंगोह व नकुड़ विधानसभा में हुई थी। मृगांका ¨सह ने सहारनपुर व शामली के डीएम-एसपी पर अपने खिलाफ काम करने का आरोप लगाते हुए सीएम व संगठन से शिकायत की थी। इसके बाद से ही माना जा रहा था कि दोनों जिलों के प्रशासनिक-पुलिस अधिकारी बदले जाएंगे। डीएम इंद्र विक्रम ¨सह के अलावा दोनों जिले के डीएम-एसएसपी बदले जा चुके हैं। मंगलवार को डीएम इंद्र विक्रम ¨सह को टेबुलेशन में गलती का दोषी बताकर स्थानांतरित किया गया है। माना यह भी जा रहा है कि डीएम इंद्र विक्रम ¨सह को हटाने के पीछे भाजपा नेताओं की नाराजगी है।