Move to Jagran APP

राजकीय डिग्री कालेज के लिए तीस साल का इंतजार

शामली जेएनएन। क्षेत्र में राजकीय डिग्री कालेज की कमी गरीब छात्र-छात्राओं को खलती है। प्राइवेट डिग्री कालेज का खर्च वहन न कर पाने के कारण उन्हें घर से दूर उच्च शिक्षा के लिए जाना पड़ता है। तीस वर्ष पूर्व क्षेत्र में राजकीय डिग्री कालेज की स्थापना की मांग उठी थी जो आज तक पूरी नहीं हो सकी है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 10 Jan 2021 11:22 PM (IST)Updated: Sun, 10 Jan 2021 11:22 PM (IST)
राजकीय डिग्री कालेज के लिए तीस साल का इंतजार

शामली, जेएनएन। क्षेत्र में राजकीय डिग्री कालेज की कमी गरीब छात्र-छात्राओं को खलती है। प्राइवेट डिग्री कालेज का खर्च वहन न कर पाने के कारण उन्हें घर से दूर उच्च शिक्षा के लिए जाना पड़ता है। तीस वर्ष पूर्व क्षेत्र में राजकीय डिग्री कालेज की स्थापना की मांग उठी थी, जो आज तक पूरी नहीं हो सकी है।

loksabha election banner

जलालाबाद नगर निकाय में 21000 मतदाता हैं। वर्तमान में लगभग 50,000 आबादी है। नगर के आसपास ग्रामपंचायत हसनपुर लुहारी, नागल, इस्माइलपुर, किशोरपुर इरशाद पुर, उमरपुर, अलीपुरा, दखोडी, चंदना माल, अंबेटा याकूबपुर कदरपुर, सोहनजनी उमरपुर, सोहनजनी डेरा, जानीपुर, अहमदपुर और जलालाबाद देहात हैं। इन सभी ग्राम पंचायतों की कुल आबादी एक लाख से अधिक है। नगर पंचायत जलालाबाद व आसपास स्थित ग्राम पंचायतों की आबादी डेढ़ लाख के करीब है। इस आबादी पर यहां एक भी राजकीय डिग्री कालेज नहीं है। यहां के छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए अन्य जिलों का रूख करना पड़ता है। जलालाबाद में हाईवे पर दो प्राइवेट डिग्री कालेज हैं। उक्त कलेजों में उच्च शिक्षा हासिल करना गरीब छात्रों के बजट में नहीं है। इसके लिए छात्रों को नानौता स्थित राजकीय डिग्री कालेज में उच्च शिक्षा के लिए आवेदन करना पड़ता है। यहां पर इतनी सीटें नहीं है की उसमें इस क्षेत्र के छात्र-छात्राएं भी प्रवेश ले सकें। पिछले 30 वर्षो से जलालाबाद में राजकीय डिग्री कालेज की स्थापना की मांग की जा रही है। थाना भवन विधानसभा, कैराना लोकसभा क्षेत्र से प्रतिनिधित्व करने वाले जनप्रतिनिधियों के समक्ष जलालाबाद के निवासियों ने राजकीय डिग्री कालेज बनवाने की मांग की है, परंतु मांग पूरी नहीं हो सकी। हालांकि, थाना भवन में प्रदेश के गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने राजकीय डिग्री कालेज स्वीकृत कराया है। इस कालेज के निर्माण से जलालाबाद के छात्रों को फायदा अधिक फायदा नहीं हो पाएगा। जलालाबाद व आसपास ग्राम के निवासियों ने कैबिनेट मंत्री से जलालाबाद में डिग्री कालेज बनवाने की मांग की है।

इनका कहना है..

जलालाबाद में राजकीय डिग्री कालेज बनना चाहिए। इसके लिए सपा सरकार के कार्यकाल में मांग के लिए मुख्यमंत्री को पत्र भेजा था।

चौधरी अब्दुल गफ्फार अहमद, अध्यक्ष नगर पंचायत

अपने कार्यकाल में जलालाबाद में राजकीय डिग्री कालेज बनवाने की मांग कर शासन को प्रस्ताव भेजा था। यहां पर राजकीय डिग्री कालेज बनने से गरीब छात्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा।

पूर्व नगर पंचायत जहीर मलिक क्षेत्र में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राजकीय डिग्री कालेज का निर्माण जरूरी है। कस्बे में राजकीय डिग्री कालेज होने पर उनके सामने आर्थिक समस्या नहीं होगी।

रीना गुप्ता, समाज सेविका

जिन परिवारों की आर्थिक स्थिति कमजोर है, उनके लिए प्राइवेट कालेज में शिक्षा लेना मुश्किल है। निर्धन छात्र-छात्राओं का राजकीय कालेज निर्माण से भला होगा।

विनीत गर्ग, शिक्षक राजकीय डिग्री कालेज बनवाने की मांग काफी समय से चली आ रही है। राजकीय डिग्री कालेज न होने से उच्च शिक्षा के लिए छात्र-छात्राओं को दूर जाना पड़ रहा है।

श्याम लाल शर्मा, सेवानिवृत्त शिक्षक राजकीय डिग्री कालेज बनने से जलालाबाद व आसपास ग्रामीण छात्र-छात्राओं को लाभ होगा।

कोमल शर्मा

प्राइवेट डिग्री कालेज में शिक्षा हासिल करना आसान नहीं है। महंगी फीस होने से गरीब छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा से विमुख हो जाते हैं।

राजा छात्र।

इस बार इंटर में हूं, उच्च शिक्षा लेने के लिए सरकारी डिग्री कालेज जलालाबाद में नहीं है, ऐसे में दूसरी जगह प्रवेश लेना मजबूरी है।

हर्ष कुमार छात्र। राजकीय डिग्री कालेज का निर्माण जलालाबाद में होने से ग्रामीण क्षेत्र के छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा में लाभान्वित होंगे।

तान्य गर्ग, छात्रा

पी- फोटो परिचय

चौधरी अब्दुल गफ्फार, जहीर मलिक, रीना गुप्ता, श्याम लाल शर्मा, विनीत गर्ग, राजा, हर्ष कुमार, कोमल शर्मा, तानिया गर्ग


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.