दीपावली आज..उल्लास ही उल्लास
जागरण संवाददाता, शामली : 'सर्वे भवंतु सुखिन: सर्वेसंतु निरामया' और 'तमसो मा ज्योतिर्गमय' का संदेश्
जागरण संवाददाता, शामली : 'सर्वे भवंतु सुखिन: सर्वेसंतु निरामया' और 'तमसो मा ज्योतिर्गमय' का संदेश पूरी दुनिया को देती है दीपावली। कामना रहती है कि सारा संसार ज्योतिर्मय होकर धन-धान्य से भर जाए और पूरी धरा आलोकित हो। मनों के अंधेरे छंट जाएं और प्रेम, सौहार्द व स्नेह का आलोक सर्वत्र व्याप्त हो। क्योंकि, दीपावली धरा पर उजाला लाने, मनमस्तिष्क में ज्ञान का संचय करने और मुख मंडल पर उल्लास के भाव जगाने का पर्व है। तभी तो श्याम की नगरी शामली समेत जिलेभर में दीपोत्सव को लेकर गजब का उत्साह और उल्लास देखने को मिल रहा है।
बाजार हो या घर, हर जगह अलग ही रौनक है। मंगलवार को भी लोग अपने-अपने हिसाब से तैयारियों में जुटे रहे। हालांकि एक महीने पहले ही लोग दीपावली की तैयारी में लग गए थे। घरों की साफ-सफाई, रंग-रोगन किया गया था। दीपोत्सव का आगाज धनतेरस के साथ शुरू हो गया था। घर और प्रतिष्ठान लड़ियों से जगमग किए गए। प्रमुख बाजारों से लेकर गली-मोहल्लों की दुकानों में स्थायी के साथ काफी संख्या में अस्थायी दुकान गुलजार हैं और जमकर मिठाइयों के साथ पटाखों-आतिशबाजी, सजावटी सामान, दीयों, मोमबत्ती, पूजन सामग्री आदि की खरीदारी हुई। उपहार और मिठाई देकर लोग एक दूसरे को शुभकामनाएं देने का सिलसिला जारी है। गेंदा और कमल के फूलों की भी बंपर बिक्री से पुष्प विक्रेताओं के चेहरे भी खिले हैं। गेंदे से घर और प्रतिष्ठान सजे हैं तो हैं तो कमल के फूल से लक्ष्मी पूजन होगा। दीपावली की उमंग रूपी ज्योत सोशल मीडिया पर भी खूब प्रज्ज्वलित हो रही है।
----------
मिठाइयों से किनारा
मिठाई में मिलावट का भय भी लोगों में नजर आ रहा है। बड़ी संख्या में लोग मिठाई के बजाय ड्राई फ्रूट्स और नमकीन-बिस्किट के गिफ्ट पैक को वरीयता दे रहे हैं। हालांकि, भीड़ मिठाइयों की दुकानों पर भी कम नहीं है। खरीदार मयंक वशिष्ठ ने बताया कि त्योहार बताया कि जगह-जगह से नकली मावा पकड़े जाने की खबरें आ रही है। ऐसे में मिठाई त्यौहार का मजा न खराब कर दे, इसलिए ड्राई फ्रूट्स ही रिश्तेदार और परिचितों को दे रहे हैं। व्यापारी सुशील गुप्ता के मुताबिक नमकीन, बिस्कुट और चॉकलेट कि गिफ्ट पैक की डिमांड पिछले सालों के मुकाबले बढ़ी है। शुभ मुहूर्त में करें पूजन
दीपावली का पूजन प्रदोष काल और स्थिर लगन में होता है। ऐसे में शाम 5.14 से रात 8.05 बजे तक पूजन करना श्रेष्ठ रहेगा। पंडित प्रभु शंकर शास्त्री ने बताया कि दीपावली पर भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की पूजा होती है। प्रदोष काल शाम 5.27 से रात 8.05 बजे तक और वृष लगन शाम 5.14 से 7.50 बजे तक है।