दिन भर छाए रहे बादल, शाम को बूंदाबांदी से बढ़ी ठंडक
बुधवार को दिनभर आसमान में काले बादल छाए रहे। बादलों के चलते सुबह से ही सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। शाम के समय हल्की बूंदाबांदी से ठंडक बढ़ गई। सर्दी के चलते बुजुर्ग व बच्चें घरों में दुबके रहे।
शामली, जेएनएन। बुधवार को दिनभर आसमान में काले बादल छाए रहे। बादलों के चलते सुबह से ही सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। शाम के समय हल्की बूंदाबांदी से ठंडक बढ़ गई। सर्दी के चलते बुजुर्ग व बच्चें घरों में दुबके रहे।
बुधवार को सुबह से ही आसमान में काले बादल व सड़कों पर हल्का कोहरा छाया रहा। अधिकतम तापमान 20.8 सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस रहा। कोहरे के बीच वाहन लाइट जलाकर निकलते दिखे। काले बादलों के चलते हवा में ठंडक रही और दोपहर तक सूर्यदेव भी नजर नहीं आए। शाम पांच बजे के करीब बूंदाबांदी शुरू होने से मौसम में ठंडक बढ़ गई। बुजुर्ग व बच्चे ठंड के चलते घरों में ही कैद रहे। बूंदाबांदी के चलते वाहनों की रफ्तार थम सी गई। जिससे जाम की स्थिति भी पैदा हो गई।
उधर नवंबर माह में सर्दी की शुरुआत होने के साथ बारिश भी हो रही है। बारिश होने की वजह से मौसम में ठंडक बढ़ गई। नगर के दुकानों पर गर्म हीटर व पानी गर्म करने की रोड की खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ रही। दुकानदार मुकेश संगल का कहना है कि इस बार बारिश की वजह से अच्छी ठंड शुरु हो गई। अधिकांश लोग गर्म पानी की रोड की खरीदारी कर रहे है। आगे सर्दी बढ़ेगी तो इनकी ओर मांग बढ़ेगी।
-देवोत्थान एकादशी पर मंदिरों में भजन-कीर्तन
जलालाबाद के पंजाबी सत्संग मंदिर कटहरा बाजार, पंजाबी सत्संग मंदिर गंगा आर्यनगर, राधा कृष्ण मंदिर मोती बाजार, राधा कृष्ण मंदिर रामरतन मंडी व राधा कृष्ण मंदिर बोहरान में देवोत्थान एकादशी पर तुलसी पूजन किया गया। पंजाबी सत्संग मंदिर कटहरा बाजार में आयोजित कार्तिक महोत्सव कथा में बुधराज नारंग ने श्रद्धालुओं को बताया कि एकादशी में भगवान विष्णु चार माह का शयन करने के बाद कार्तिक मास की एकादशी पर जागते हैं। इसलिए इसे देवोत्थान एकादशी कहते है।