छेड़छाड़ के विरोध पर मारपीट करने के तीन आरोपित गिरफ्तार
शामली, जागरण टीम। कांधला कस्बे में जन्माष्टमी पर्व पर मंदिर से घर लौट रही महिला अनुदेशक और शिक्षामित्र के साथ छेड़छाड़ के विरोध पर मारपीट करने के तीन आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वहीं फरार अन्य आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम लगी हुई हैं।
कस्बे से एक महिला अनुदेशक अपने भाई और सहेली दिव्यांग शिक्षामित्र के साथ सूरजकुंड मंदिर में गई थी। मंदिर से लौटते समय आर्य समाज मंदिर के पास बाइक सवार तीन युवकों ने उनसे छेड़छाड़ कर दी थी। अनुदेशक के भाई ने विरोध किया तो उसके साथ गाली-गलौज की गई थी। इस दौरान लोगों ने बीच-बचाव कर दिया था, लेकिन वहां कुछ दूरी पर रेलवे रोड पहुंचने पर आरोपितों ने फिर से उन्हें घेर लिया और डंडे तथा बेल्ट से मारपीट की थीं। हमले में महिला सहित तीन लोग घायल हुए थे। बतादें कि शनिवार की सुबह भाजपा नेता एवं व्यापारी नेताओं ने घटना पर रोष जताते हुए कार्रवाई की मांग को लेकर कांधला थाने पर धरना-प्रदर्शन भी किया था। वहीं, मामले में पीड़ित पक्ष से चिराग ने हिमांशु, राजकुमार उर्फ राजू, जंगली, ऋतिक, यश और निखिल सहित सात नामजद और 20-25 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने आरोपित ऋतिक, यश और निखिल को गिरफ्तार कर लिया। कार्यवाहक थाना प्रभारी गजेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि तीनों को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया। फरार आरोपितों की तलाश में दबिश दी जा रही हैं।
पीड़ित के घर पहुंचे एमएलसी वीरेंद्र सिंह
मारपीट की घटना में पीड़िता शिक्षामित्र और अनुदेशक के साथ छेड़छाड़ और विरोध पर मारपीट के मामले में रविवार को भाजपा नेता एवं एमएलसी वीरेंद्र सिंह पीडित परिवार से मिले। उन्होंने घटना के बारे में जानकारी ली और हर संभव मदद किए जाने का आश्वासन दिया। इस दौरान पीडित परिवार ने उन्हें मारपीट का वीडियो भी दिखाया।
मंदिर में प्रवेश करने से रोकने का आरोप
एक युवक ने मंदिर में प्रवेश करने से रोकने और जातिसूचक शब्द कहने का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी है। कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
अनुसूचित जाति के युवक प्रदीप ने बताया कि 18 अगस्त की रात जन्माष्टमी के अवसर पर अपने स्वजन के साथ सूरजकुंड मंदिर गया था। आरोप है कि इस दौरान एक भाजपा नेता ने अपने एक साथी के साथ उन्हें मंदिर में प्रवेश करने से रोक दिया। आरोप है कि विरोध करने पर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए गाली-गलौज कर अपमानित किया और पुलिस से शिकायत करने पर परिवार को झूठे मुकदमे में जेल भिजवाने की धमकी भी दी। पीड़ित ने घनश्याम पारचा और राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा के अध्यक्ष भृगुवंशी आशुतोष पांडेय के साथ थाने पहुंचकर तहरीर दी है। थाना प्रभारी निरीक्षक श्यावीर सिंह का कहना है कि मामले में जांच की जा रही है।