असम से जुडे़ सीएए विरोध के तार, खाकी तलाश रही संदिग्ध
शामली में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के तार असम से जुड़े मिले हैं। पुलिस ने शामली व कैराना क्षेत्र से कई लोगों को गिरफ्तार किया था जो पीएफआइ के सदस्य बताए गए। इस बारे में पुलिस अधिकारियों ने एटीएस को जानकारी दी है। एटीएस ने कार्रवाई शुरू की है।
शामली, जेएनएन। शामली में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के तार असम से जुड़े मिले हैं। पुलिस ने शामली व कैराना क्षेत्र से कई लोगों को गिरफ्तार किया था जो पीएफआइ के सदस्य बताए गए। इस बारे में पुलिस अधिकारियों ने एटीएस को जानकारी दी है। एटीएस ने कार्रवाई शुरू की है।
पुलिस के अनुसार जनपद में नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने के लिए कुछ लोगों ने पहले से योजना बनाई थी। संभवत: इस बारे में जनपद के लोगों को जानकारी न हो, लेकिन ये लोग इन शातिरों की योजना का शिकार हो गए। इसके बाद जनपद के विभिन्न कस्बों व क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शन किया गया। कैराना की ईदगाह में प्रदर्शन कर हंगामा किया गया। वहां पर ज्ञापन दिया गया। इसके अलावा शामली में जिला कलक्ट्रेट में पीएफआइ (पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) के सदस्यों ने धरना देने की कोशिश की थी। यहां पर प्रशासन ने धारा 144 लगी होने का हवाले देते हुए धरना देने से मना कर दिया था। पुलिस ने नोकझोंक करने पर यहां से 63 लोगों को पकड़ा था जिन्हें बाद में निजी मुचलके पर चेतावनी देते हुए छोड़ा गया था। इसी दिन शामली में भी ज्ञापन दिया गया। इसके चंद दिन बाद ही शामली के ही आजाद चौक में हंगामा किया गया। पुलिस ने शामली-कैराना से कई लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें राजस्थान के कोटा का रहने वाला एक युवक भी शामिल था। इन सभी का चालान किया गया था। कैराना में युवकों को पकड़ने वाली पुलिस टीम ने दावा किया था कि कोटा निवासी युवक सीएए के विरोध की योजना में शामिल रहा था।
एसपी विनीत जायसवाल का कहना है कि जांच पड़ताल व पकड़े लोगों से जानकारी मिली थी कि हंगामे व प्रदर्शन की योजना के तार असम से जुड़े थे और गिरफ्तार किए गए कई लोग पीएफआइ-सीडीपीआइ संगठन से जुड़े होने बताए गए। इस बारे में अभी जांच चल रही है। पूरे जनपद में तीन दर्जन से अधिक लोगों को पकड़ा गया था। उन्होंने असम से तार जुड़े मिलने के बारे में एटीएस को बताया है। एटीएस इस बारे में कार्रवाई कर रही है।