Move to Jagran APP

चिनाई मजदूर से मुकीम का काला कारनामा

आठवीं तक पढ़ा और राज मिस्त्री के साथ मामूली मजदूरी करने वाला मुकीम काला दस साल में ही पश्चिम उत्तर प्रदेश में आतंक का पर्याय बन गया। उत्तराखंड उत्तर प्रदेश हरियाणा में उसके खिलाफ लूट हत्या और रंगदारी समेत 61 मुकदमे दर्ज हैं। कैराना में उसकी हिस्ट्रीशीट है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 May 2021 10:29 PM (IST)Updated: Fri, 14 May 2021 10:29 PM (IST)
चिनाई मजदूर से मुकीम का काला कारनामा
चिनाई मजदूर से मुकीम का काला कारनामा

जेएनएन, शामली। आठवीं तक पढ़ा और राज मिस्त्री के साथ मामूली मजदूरी करने वाला मुकीम काला दस साल में ही पश्चिम उत्तर प्रदेश में आतंक का पर्याय बन गया। उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा में उसके खिलाफ लूट, हत्या और रंगदारी समेत 61 मुकदमे दर्ज हैं। कैराना में उसकी हिस्ट्रीशीट है।

loksabha election banner

कैराना कोतवाली के गांव जहानपुरा निवासी मुस्तकीम की छह संतानों में मुकीम सबसे बड़ा था। वर्ष 2012 से पहले वह राजमिस्त्री के साथ मजदूरी करता था। वर्ष 2012 में अपराध की दुनिया में बड़ी वारदात से कदम रखा। अपने साथियों इरफान, प्रसन्ना(सोनीपत) और गुलजार (देवबंद) के साथ मिलकर पानीपत रोड पर विजय कुमार से 86 लाख रुपये लूटे थे। सबसे पहले वह सहारनपुर निवासी मुस्तफा कग्गा के गिरोह में शामिल हुआ। कग्गा पुलिस एनकाउंटर में मारा गया। इसके बाद मुकीम ने खुद का गिरोह बना लिया। सहारनपुर, शामली, सोनीपत, मुजफ्फरनगर समेत विभिन्न जिलों के विभिन्न थानों में उस पर मुकदमे दर्ज होते रहे। उसके गिरोह में डेढ़ दर्जन से ज्यादा सक्रिय सदस्य हैं। अपराधिक इतिहास

थाना मुकदमे

कैराना 19

सहारनपुर 33

कांधला 01

देहरादून 01

पानीपत 06

यमुनानगर 01

अनिल दुजाना से खरीदी 'एके 47'

वर्ष 2015 में मुकीम व साबिर पकड़े गए तो उसके पास से बरामद अत्याधुनिक असलाह देखकर पुलिस के आला अफसरों के होश उड़ गए थे। साबिर व मुकीम को गिरफ्तार करने वाले एसटीएफ के उस समय आइजी रहे सुजीत पांडेय ने बताया था कि मुकीम ने बरामद एके 47 के बारे में बताया कि उसने यह सरगना अनिल दुजाना से ली थी। भगवान पर ही था भरोसा. हुआ न्याय

कैराना नगर के प्रमुख सरिया व्यापारी ममेरे-फुफेरे भाइयों शिव कुमार उर्फ शंकर व राजेंद्र कुमार उर्फ राजू की रंगदारी नहीं देने पर दिनदहाड़े मुकीम काला ने साथियों संग गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी। दुर्दांत अपराधी का अंत होने पर छोटे भाई ने कहा हमें तो भगवान पर भरोसा था।

मृतक शिवकुमार के छोटे भाई विनित सिघल ने बताया कि हम लोगों को भगवान पर भरोसा था वही सब की सुनता है। हमारे परिवार को बर्बाद करने वाले को भी भगवान ने खुद सजा दी है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.