बीएलओ ड्यूटी न करने वाले 15 शिक्षक निलंबित, 11 पर मुकदमा
बीएलओ ड्यूटी न करने वाले 15 शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही एसडीएम शामली की ओर से आदर्श मंडी थाने में उक्त में से 11 के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। हालांकि कई शिक्षक ऐसे हैं जिनके खिलाफ एसडीएम ने रिपोर्ट दी थी लेकिन बीएसए की ओर से कार्रवाई नहीं की गई।
शामली, जेएनएन। बीएलओ ड्यूटी न करने वाले 15 शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही एसडीएम शामली की ओर से आदर्श मंडी थाने में उक्त में से 11 के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। हालांकि कई शिक्षक ऐसे हैं, जिनके खिलाफ एसडीएम ने रिपोर्ट दी थी, लेकिन बीएसए की ओर से कार्रवाई नहीं की गई।
शामली में मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य के लिए 1 अक्टूबर से शुरू हुआ था और14 नंवबर तक चलना है। कार्य के लिए शिक्षकों की बीएलओ ड्यूटी लगाई गई थी। कई शिक्षकों ने मेडिकल लगाकर ड्यूटी से बचने का भी कार्य किया है। ड्यूटी नहीं करने वाले बीएलओ के खिलाफ क्षेत्र के एसडीएम ने निलंबित करने की संस्तुति के साथ रिपोर्ट बीएसए को भेजी गई थी। कैराना एसडीएम द्वारा 5 शिक्षकों, एसडीएम शामली द्वारा 11 व ऊन एसडीएम द्वारा भी पांच शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए रिपोर्ट दी थी। बीएसए गीता वर्मा ने शामली में दस, कैराना के दो और ऊन के दो व थानाभवन से एक शिक्षक को निलंबित किया है। जबकि कई शिक्षकों को अभी जांच के नाम पर बचा लिया गया है। वहीं, एसडीएम शामली संदीप कुमार ने आदर्श मंडी थाने में मंजू तोमर, अनीता देवी, तृप्ति बंसल, अर्चना वर्मा, बीना तोमर, प्रविद कुमार, रेखा रानी, अनुज कुमार, विनिता प्रथम, मिनाक्षी, स्मृति सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने पुष्टि की है। अन्य शिक्षकों में रोष
जिन शिक्षकों के खिलाफ बीएसए द्वारा कार्रवाई की गई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि अनेक शिक्षकों को बीएसए द्वारा खेल करते हुए जांच के नाम पर बचा दिया गया है, जब कैराना एसडीएम द्वारा पांच शिक्षकों को सस्पेंड करने के लिए भेजा गया था तो केवल दो को ही क्यों सस्पेंड किया गया। बीएसए द्वारा किया गया यह कार्य जिले के शिक्षकों में चर्चा का विषय बन गया है। बीएसए ने नहीं उठाया फोन
मामले में बीएसए गीता वर्मा से बात करने के लिए कई बार मोबाइल पर फोन किया गया। लेकिन पहले तो फोन उठाया ही नहीं और बाद में स्विच आफ कर लिया।