जिला अस्पताल में मानक से तीन गुना हो रहे एक्सरे
जिला अस्पताल में एक्स-रे कराने के लिए सुबह से नंबर लगाने पड़ते हैं।
जेएनएन, शाहजहांपुर: जिला अस्पताल में एक्स-रे कराने के लिए सुबह से नंबर लगाने पड़ते हैं। रोजाना दो सौ मरीज एक्स-रे कराने पहुंचते हैं। नंबर नहीं आने की वजह से 30 से 40 मरीज वापस हो जाते हैं। एक्स-रे विभाग मरीजों से भरा रहता है। कई मरीज नंबर लगाने के लिए सिफारिश कराते हैं।
जिला अस्पताल में एक्स-रे का समय सुबह नौ बजे से लेकर 12 बजे तक होता है। इसके बाद मेडिकोलीगल एक्स-रे होते हैं। जिन्हें पुलिस लेकर आती है। सबसे बाद में आम मरीजों का एक्स-रे का नंबर आता है। तब तक दो बज जाते हैं। दो बजे के बाद उन्हीं का एक्स-रे होता है। जिनका नंबर पहले से लगा हुआ होता है। तीन से चार बजे तक यह काम चलता है। कुछ मरीज नंबर नहीं आने पर घर लौट जाते हैं या फिर प्राइवेट एक्स-रे कराते हैं।
एक दिन में 40 से 50 एक्सरे करने का मानक है, लेकिन अस्पताल में सौ से डेढ़ सौ मरीजों के एक्स-रे होते हैं। ऐसे में एक्सरे ठीक होगा या नहीं, इस पर संशय रहता है। एक मरीज को पांच मिनट का समय भी नहीं दिया जाता है। जिला अस्पताल में निश्शुल्क एक्सरे की वजह से भीड़ अधिक रहती है। ------------
मरीजों से बातचीत
सुबह नौ बजे से नंबर लगाए बैठे, दो बजे तक नंबर नहीं आया है। जिससे काफी परेशानी हो रही है। कुछ लोग सिफारिश लगाकर अपना एक्स-रे करा रहे हैं।
चंदन सुबह से बैठे हुए हैं, मारपीट में घायल हो गए थे। कई घंटों से इंतजार कर रहे है, लेकिन नंबर नहीं आया। जिससे काफी तकलीफ हो रही है।
सुमित