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हर घर को जल...योजना बनी छल

हर घर योजना बनी छल

By JagranEdited By: Published: Wed, 27 Jul 2022 11:33 PM (IST)Updated: Wed, 27 Jul 2022 11:33 PM (IST)
हर घर को जल...योजना बनी छल

हर घर को जल...योजना बनी छल

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जेएनएन, शाहजहांपुर : प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना हर घर जल व अमृत योजना के तहत लोगों की प्यास नहीं बुझ रही है। पहले तो ओवरहेड टैंक बनने में ही काफी वक्त लग गया। टैंक बने तो लोगों को आस जगी कि अब पानी सीधा पाइप लाइन से आएगा क्योंकि 16 हजार लोगों के कनेक्शन भी करा लिए गए, लेकिन इंतजार खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा। अब बताया जा रहा है कि अक्टूबर तक इंजतार कीजिये। ऐसे में लोगों के मन में एक ही सवाल उठ रहा है कि यह हर घर योजना है या छल योजना। जल निगम की ओर से अमृत योजना के दूसरे चरण में शहर के छह स्थानों पर ओवरहेड टैंकों का निर्माण कराया गया है। जिसमे आवास विकास, सरायकाइयां, रेती, राजघाट पुलिस चौकी के सामने, कैंट क्षेत्र व किला क्षेत्र शामिल है। इन ओवरहेड टैंकों से 18 हजार कनेक्शन देने का लक्ष्य जल निगम को मिला था। 16 हजार के आस-पास कनेक्शन होने के बाद भी सप्लाई अभी तक किसी उपभोक्ता के घर तक नहीं पहुंची है। ओवरहेड टैंक बनने के बाद सरकार की 100 दिन की कार्ययोजना में इन ओवरहेड टैंकों से पानी की सप्लाई भी शुरू कराने का दावा किया जाता रहा है, लेकिन यह दावा जल निगम का हवा-हवाई ही साबित हुआ है। जिस वजह से पाइप लाइन बिछाने का ज्यादातर कार्य पूरा होने के बाद भी इन उपभोक्ताओं के घरों तक पानी की सप्लाई नहीं पहुंच पा रही है। पुरानी पाइप लाइन से भी दूर नहीं हो रही प्यास हालत यह है कि महानगर क्षेत्र में जो पुरानी पाइप लाइन बिछी है उनसे भी उपभोक्ताओं की प्यास पूरी नहीं हो पा रही है। दरअसल जो कालोनियां ऊंचाई पर बनी हैं वहां तक पानी की सप्लाई ही नहीं पहुंच रही है। बिना कनेक्शन के बाद भी देना पड़ता है वाटर टैक्स गंभीर पहलू यह है कि पुरानी पाइप लाइन के 200 मीटर के दायरे में आने वाले हर व्यक्ति को वाटर टैक्स देना पड़ रहा है। ऐसे तमाम लोग है जो बिना कनेक्शन के ही वाटर टैक्स दे रहे है। इस समस्या का निस्तारण कराने के लिए अक्सर लोग निगम के चक्कर लगा रहे है, लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है। यह किया गया था दावा दूसरे चरण का काम पहले दिसंबर माह में पूरा होना था, लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से ओवरहेड टैंक बनाने का काम समय से पूरा नहीं हो पाया। इसके बाद अगस्त माह तक पूरा काम कराने का दावा किया गया। अब अक्टूबर तक का समय बढ़ा दिया गया है। ओवरहेड टैंकों से तीन माह तक पानी की सप्लाई ट्रायल के रूप में चलेगी ताकि जो भी लीकेज है उन्हें ठीक किया जा सके। ऐसे में लीकेज मिलने पर सप्लाई बीच में भी प्रभावित हो सकती है। ये भी जानें 50 करोड़ रुपये शहरी क्षेत्र में पेयजल पर खर्च हो रहे। 100 किमी पाइप लाइन बिछाई जानी है। 18000 हजार कनेक्शन शहरी क्षेत्र में होने है। 16000 हजार कनेक्शन लगभग हो चुके हैं। 6 ओवरहेड टैंक शहरी क्षेत्र में बनाए गए हैं। कनेक्शन कराने के बाद भी पानी की सप्लाई नहीं मिल रही है। प्रशासन को ध्यान देना चाहिए। अजय कटियार ओवरहेड टैंक बन चुके है। हर बार जल्द सप्लाई देने का वादा कहकर टरका दिया जाता है। लल्लन पाइप लाइन बिछाने का काम ही गदियाना क्षेत्र में पूरा नहीं हो पाया है। जिस वजह से पानी का इंतजार बढ़ता जा रहा है। रामप्रसाद कनेक्शन लेने के बाद भी पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है। जल निगम को अपने कार्य में तेजी लाने की जरूरत है। रामनिवास रेती मुहल्ले में अगस्त माह में पानी की सप्लाई शुरू कराने का प्रयास किया जा रहा है। अन्य ओवरहेड टैंकों से अक्टूबर तक सप्लाई शुरू कराई जाएगी। सुनील कुमार, अधिशासी अभियंता जल निगम


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