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बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष की शिक्षक बेटियों की हादसे में मौत

जलालाबाद-शाहजहांपुर राज्य राजमार्ग पर बुधवार दोपहर विद्यालय से घर जा रहीं स्कूटी सवार शिक्षक बहनों को किसी वाहन ने टक्कर मार दी जिससे उनकी मौत हो गई। दोनों बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष की बेटियां थीं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 08 Apr 2021 01:37 AM (IST)Updated: Thu, 08 Apr 2021 01:37 AM (IST)
बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष की शिक्षक बेटियों की हादसे में मौत
बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष की शिक्षक बेटियों की हादसे में मौत

जेएनएन, कांट, शाहजहांपुर : जलालाबाद-शाहजहांपुर राज्य राजमार्ग पर बुधवार दोपहर विद्यालय से घर जा रहीं स्कूटी सवार शिक्षक बहनों को किसी वाहन ने टक्कर मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई। दोनों बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष की बेटियां थीं।

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सिकंदरपुर गांव निवासी एवं बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेश चंद्र गौतम शहर के चौक कोतवाली क्षेत्र के हुसैनपुरा मुहल्ले में रह रहे हैं। उनकी बड़ी बेटी ममता देवी की शादी चार साल पहले बदायूं जिले के बजीरगंज थाना क्षेत्र के चिगरी गांव निवासी प्रवीण कुमार आजाद से हुई थी, लेकिन कांट के प्राथमिक विद्यालय बलीपुर में शिक्षामित्र के पद पर तैनात होने की वजह से वह पति व इकलौते बेटे एंडीज के साथ मायके में रह रही थीं। वह छोटी बहन कांट क्षेत्र के भैंसटाकला प्राथमिक विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापिका अंजूलता के साथ विद्यालय जाती थीं। बुधवार को भी दोनों बहनें एक ही स्कूटी से विद्यालय गईं थीं। दोपहर बाद घर जाते समय कांट के रसूलापुर गांव के पास पीछे से अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गई। पुलिस ने उन्हें अस्पताल भिजवाया, जहां डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। हादसे की जानकारी मिलने पर स्वजन व शिक्षक-शिक्षिकाएं भी मेडिकल कालेज पहुंच गए।

हादसा किस वाहन से हुआ इसके बारे में जानकारी की जा रही है। जल्द आरोपित चालक को पकड़ लिया जाएगा। स्वजन जो तहरीर देंगे उसी आधार पर कार्रवाई कराई जाएगी।

संजय कुमार, एएसपी सिटी

पिता के सपने को किया था पूरा

कांट : बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेश चंद्र गौतम ने सपना देखा था कि शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए उनके बच्चे शिक्षक बने। बड़ी बेटी ममता ने वर्ष 2006 में शिक्षामित्र बनकर पिता का सपना पूरा करने की शुरुआत की। इसके बाद उनकी सबसे छोटी बेटी अंजूलता ने वर्ष 2018 में सहायक अध्यापक के पद पर तैनाती पाकर पिता को दोहरी खुशी दी थी। इसके अलावा सुरेश की तीसरी बेटी विनीता, बेटा सत्येंद्र व अखिलेश भी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटे है। बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने के बाद नौकरी में भी कामयाबी मिलने के बाद पिता इन दिनों जिला पंचायत सदस्य पद के चुनाव की तैयारियों में जुटे थे। लेकिन बुधवार दोपहर दोनों बेटियों की मौत से न सिर्फ सुरेश गौतम खुद को अकेला महसूस कर रहे थे बल्कि ममता के तीन वर्षीय बेटे के सिर से मां का साया भी छिन गया।

एक साथ रहती थी दोनों बहनें

ममता व अंजूलता की एक ही विकासखंड में तैनाती थी, जिस वजह से दोनों बहनें एक साथ ही विद्यालय जाती थीं। अंजूलता बड़ी बहन को विद्यालय छोड़ने के बाद अपने विद्यालय जाती थी। इसके अलावा भी यदि कहीं जाना होता था तो साथ में जाती थी। दोनों बहनों के बीच प्रेम देख हर कोई उनकी तारीफ करने से खुद को रोक नहीं पाता था।

ढांढस बंधाने पहुंचे नेता

घटना की जानकारी मिलने के बाद भाजपा विधायक मानवेंद्र सिंह, एमएलसी अमित यादव, सपा जिलाध्यक्ष तनवीर खां, पूर्व विधायक राजेश यादव, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अर्चना वर्मा समेत तमाम नेता भी मेडिकल कॉलेज पहुंचे। सभी ने सुरेश गौतम व उनके स्वजन को ढांढस बंधाया।


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