सत्संग सुनने गए दो ग्रामीणों की ट्रेन से कटकर मौत
भोले बाबा के सत्संग में गए दो श्रद्धालुओं की इटावा में ट्रेन से कटकर मौत हो गई।
जेएनएन, बंडा : भोले बाबा के सत्संग में गए दो ग्रामीण की इटावा में ट्रेन से कटकर मौत हो गई। हादसे में कुछ अन्य लोग बाल-बाल बच गये। पोस्टमार्टम के बाद सुबह गांव में शव लाए गए।
14 अगस्त को क्षेत्र के उदयपुर खखरा, चांदूपुर पडरी व अल्हादादपुर गांव से करीब 60 लोग बस से भोले बाबा के सत्संग में इटावा गए थे। गुरुवार सुबह बस इटावा पहुंची। जिस हॉल में सत्संग होना था उससे तीन किमी. पहले बस को रोक दिया गया। सभी लोग पैदल सत्संग में जाने के लिए चल दिये। बीच में रेलवे स्टेशन की पटरी पड़ी तो सभी लोग पुल के रास्ते दूसरी ओर जाने के लिए चल दिये, लेकिन उदयपुर खखरा गांव निवासी रामखिलौना, चांदूपुर पडरी निवासी हरिराम के साथ महेश समेत करीब 12 लोग पटरी क्रॉस करने लगे। इस बीच एक लाइन पर ट्रेन आ गई। सभी लोग हड़बड़ाकर दूसरी लाइन पर जाने को हुए तो उधर से भी तेज गति से ट्रेन आ गई। यह देख महेश ने सभी से दोनों लाइनों के बीच में खाली जगह में बैठने के लिए कहा, लेकिन इस बीच रामखिलौना व हरिराम झोंका लगने से ट्रेन की चपेट में आ गये। रामखिलौना के दोनों हाथ कट गये, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हरिराम की भी ट्रेन की चपेट में आकर जान चली गई।
-------------------- हादसे में बाल-बाल बचे महेश दहशत में है। उसने बताया कि कुछ देर तो उन लोगों की कुछ समझ में नहीं आया। उसने अन्य लोगों के साथ पुल से ही दूसरी पार जाने के लिए कहा था, लेकिन रामखिलौना व हरिराम नहीं माने।
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शुक्रवार सुबह दोनों के शवों को उनके गांव लाया गया। रामखिलौना गांव में ही सिलाई का काम करता था। परिवार की आíथक स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं है। उसकी पत्नी रेशमा देवी, पुत्र रामकृपाल, बटेश्वर दयाल, सत्येंद्र कुमार, प्रमोद कुमार का रो रो कर बुरा हाल हैं। जबकि हरिराम मजदूरी कर परिवार कर पेट पालता था। उसकी पत्नी लीलावती, पुत्र तिलकराम, जसपाल, ओमपाल का हाल बेहाल है।