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शाहजहांपुर में पुलिस सुरक्षा में हुई अंत्येष्टि, दोनों पक्षों ने दर्ज कराई हत्या की रिपोर्ट

प्रेम संबंधों में युवक-युवती की हत्या में दोनों पक्षों ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने युवती के स्वजन को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। इससे पहले रात में दोनों के शवों का पोस्टमार्टम कराया। पुलिस ने कड़ी सुरक्षा में शनिवार सुबह अंतिम संस्कार कराया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 Sep 2021 12:53 AM (IST)Updated: Sun, 19 Sep 2021 12:53 AM (IST)
शाहजहांपुर में पुलिस सुरक्षा में हुई अंत्येष्टि, दोनों पक्षों ने दर्ज कराई हत्या की रिपोर्ट
शाहजहांपुर में पुलिस सुरक्षा में हुई अंत्येष्टि, दोनों पक्षों ने दर्ज कराई हत्या की रिपोर्ट

जैतीपुर (शाहजहांपुर), जेएनएन: प्रेम संबंधों में युवक-युवती की हत्या में दोनों पक्षों ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने युवती के स्वजन को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। इससे पहले रात में दोनों के शवों का पोस्टमार्टम कराया। पुलिस ने कड़ी सुरक्षा में शनिवार सुबह अंतिम संस्कार कराया।

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गढि़या रंगीन के नौगवां नरोत्तम गांव के सुखपाल सिंह के बेटे आशीष का शव शुक्रवार सुबह गांव के धार्मिक स्थल के पास मिला। वहीं कृष्णपाल सिंह की बेटी बंटी का शव घर में पड़ा था। आशीष के स्वजन कृष्णपाल सिंह व स्वजन पर बेटे की हत्या का आरोप लगा रहे हैं। जबकि कृष्णपाल ने आशीष पर बेटी का हत्या कर अपनी जान देने की तहरीर दी। शनिवार को पुलिस ने कृष्णपाल की तहरीर पर मृतक आशीष के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया। कृष्णपाल ने बताया कि गुरुवार रात वह घर पर नहीं थे। आशीष घर के पीछे का गेट खोलकर उनकी बेटी से मिलने पहुंचा। जहां उसने बंटी की हत्या कर दी। फिर कुछ दूर जाकर अपनी जान दे दी। सुखपाल सिंह की तहरीर के आधार पर कृष्णपाल सिंह, उनके बेटे अमन, पवन, रिश्तेदार नरवीर व प्रधान पति सुरेश के खिलाफ आशीष की हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। सुखपाल सिंह ने बताया कि उनके बेटे का प्रेम प्रसंग किशन पाल सिंह की बेटी से था। उन्होंने आशीष की तीन साल पहले शादी भी कर दी थी। किशनपाल ने फोन करके आशीष को शाम 7.30 बजे घर बुलाया। वहां किशन पाल ने साजिश कर आशीष को मार डाला। युवती के स्वजन फिर से हिरासत में

पुलिस ने शुक्रवार को बंटी के पिता के अलावा मां गुड्डी व छोटे भाई को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था, लेकिन कुछ देर बाद छोड़ दिया था। अंत्येष्टि के बाद तीनों को एक बार फिर से पूछताछ को हिरासत में लिया। पहले युवती के शव की अंत्येष्टि

सुबह बंटी के शव की पहले अंत्येष्टि हुई। फिर एक किमी. दूर खेत पर आशीष की अंत्येष्टि की गई। गांव की गलियों में सन्नाटा सा पसरा रहा। कई घरों में चूल्हे भी नहीं जले। नहीं आए युवती के दोनों भाई

सुखपाल ने बंटी के भाई पवन व अमन को भी नामजद कराया है। कृष्णपाल सिंह ने पुलिस को बताया कि दोनों हरियाणा में नौकरी करने गए हैं। बहन की हत्या की सूचना पर भी दोनों अंत्येष्टि में शामिल होने नहीं आए। एसपी ने भी की पूछताछ

कटरा विधायक वीर विक्रम सिंह भी गांव पहुंचे। उन्होंने आशीष के स्वजन को ढांढस बंधाया। शनिवार दोपहर गांव में फारेसिक टीम भी पहुंची। एसपी एस आनंद भी शाम में गढि़या रंगीन थाने पहुंचे। उन्होंने लोगों से पूछताछ की। सुनी फायर की आवाज नहीं दिया ध्यान

ग्रामीणों ने बताया कि जिस रात घटना हुई। उस दिन बंटी के घर से करीब 300 मीटर दूर एक घर में नामकरण संस्कार था। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि रात एक फायर की आवाज सुनाई दी। उन्होंने सोचा कि दावत में किसी ने फायर किया होगा। इसलिए ज्यादा ध्यान नहीं दिया।


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