बड़े भाई साहब ने ताजा कर दीं बचपन की यादें
बड़े भाईसाहब ने ताजा कर दीं बचपन की यादें
बड़े भाई साहब ने ताजा कर दीं बचपन की यादें
जेएनएन, शाहजहांपुर : नाट्य संस्था गगनिका की ओर से गुरुवार रात नाटक बड़े भाईसाहब का मंचन किया गया। उप्र संगीत नाटक अकादमी के सहयोग से गांधी भवन प्रेक्षागृह में हुए इस नाटक में शिक्षा व्यवस्था के व्यावहारिक और सैद्धांतिक रिश्तों की उठापटक के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। जिसमें दिखाया गया कि बड़े भाई साहब को अपने कर्तव्यों को संभालते हुए छोटे भाई के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को किस तरह निभाते हैं। इस ऊहापोह में वह स्वयं के भविष्य से भी खिलवाड़ करने से नहीं चूकते। नाटक में बचपन की शरारतों, गीतों और कविताओं की संगीतमय प्रस्तुति आकर्षण रही। भारतेंदु नाट्य अकादमी से पास रंगकर्मी कप्तान कर्णधार के निर्देशन में 30 दिवसीय कार्यशाला के बाद मंचित हुए नाटक में बड़े भाई की भूमिका में वरुण कुमार, छोटे भाई की भूमिका में मो. फाजिल और शिक्षक की भूमिका में अनुराग राठौर रहे। सचिन कुमार, संजीव राठौर, आतिफा, जरीफ, मंताश, निखत, शिल्पा सक्सेना, ललित कुमार, धीरज कुमार प्रवेश दिवाकर, सलोचना कार्की, फैजान अहमद, अविरल आदि ने अभिनय किया। मंच परे आलोक सक्सेना, सोनू सक्सेना दुश्यंत श्रीवास्तव, हनुमंत सिंह आदि का सहयोग रहा। संचालन कवि इंदु अजनबी ने किया।