अफसरों के कानों तक नहीं पहुंची गर्भवती की तड़प
जेएनएन, शाहजहांपुर : सोमवार को जाम में एंबुलेंस फंसने से माबिया करीब पौन घंटे तक प्रसव पीड़ा से तड़पती रही। पति के अलावा उसकी पीड़ा को सुनने-समझने वाला कोई नहीं था, क्योंकि सभी जाम से जूझ रहे थे। मंगलवार को यह मामला शहर में चर्चा में रहा लेकिन, माबिया की पीड़ा अफसरों के कानों तक नहीं पहुंच सकी। यातायात व्यवस्था को सुधार के लिए कोई हलचल नहीं दिखी। सबकुछ पूर्ववत चल रहा था। वन वे ट्रैफिक सिस्टम भी धड़ाम था। लोग जाम में फंस रहे थे और मशक्कत कर खुद ही आगे बढ़ रहे थे।
नगर निगम व ट्रैफिक पुलिस ने बरेली मोड़ से लेकर राजघाट पुलिस चौकी तक वन वे ट्रैफिक व्यवस्था को लागू किया था। इसी तरह लोदीपुर समेत कई अन्य स्थानों पर भी यह नियम लागू है। लेकिन इसका पालन कराने को लेकर कोई भी ट्रैफिक सिपाही मौजूद नहीं रहता है। ऐसे में चालक मनमाने ढंग से सड़कों पर वाहन निकाल रहे है, जो जाम का भी मुख्य कारण बन रहे है। इसके अलावा नगर निगम की ओर से जो पार्किंग व्यवस्था लागू की गई है उसका पालन नहीं कराया जा रहा है। वाहन फुटपाथ पर खड़े कर दिए जा रहे है। सोमवार को जहां जाम लगे मंगलवार को भी वहां ट्रैफिक पुलिस नजर नहीं आई।
ई-रिक्शा पर कोई रोक नहीं
जाम न लगे इसके लिए ई-रिक्शा संचालन के लिए रूट निर्धारित किए गए है। लेकिन इसका भी पालन नहीं कराया जा रहा है। जिस वजह से मनमाने ढंग से सवारियां बैठाकर ई-रिक्शा मार्गों पर चल रहे है।
ई रिक्शा के लिए ये व्यवस्था
बरेली मोड़ से कनौजिया अस्पताल तक ही ई-रिक्शा आ सकते है।
केरूगंज चौराहे से खिरनीबाग चौराहे की ओर ई-रिक्शा नहीं आ सकते।
खिरनीबाग चौराहे से पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस से ई-रिक्शा पूरी तरह से प्रतिबंधित।
अशफाक नगर चौराहे से रोडवेज बस स्टैंड तक ई-रिक्शा प्रतिबंधित।
टाउनहाल से रोडवेज बस स्टैंड की ओर ई-रिक्शा जाने पर रोक ।
ट्रैफिक सिपाहियों को सख्त निर्देश दिए गए है कि अपने ड्यूटी प्वाइंट पर रहे। फुटपाथ पर जो लोग वाहन खड़े कर रहे है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वन वे ट्रैफिक व्यवस्था का सख्ती से पालन कराया जाएगा।
अखंड प्रताप सिंह, सीओ सिटी