Swami Chinmayanand Case : पीड़ित लॉ छात्रा को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल भेजा
स्वामी चिन्मयानंद पर गंभीर आरोप लगाते हुए वीडियो वायरल करने वाली लॉ की छात्रा का बुधवार को जिला अस्पताल में मेडिकल कराया गया।
शाहजहांपुर, जेएनएन। पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर गंभीर आरोप लगाते हुए वीडियो वायरल करने वाली लॉ की छात्रा का बुधवार को जिला अस्पताल में मेडिकल कराया जा रहा है। इस दौरान उसके साथ परिवार के लोग, एसआइटी टीम के कुछ सदस्यों के अलावा पुलिसकर्मी भी मौजूद हैं।
पीड़ित लॉ छात्रा को बुधवार को कड़ी सुरक्षा के बीच मेडिकल के लिए महिला जिला अस्पताल भेजा गया। पीड़िता को एसआइटी की महिला टीम के साथ भेजा गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद के कॉलेज में पढ़ने वाली छात्रा ने 24 अगस्त को वीडियो वायरल कर उन पर गंभीर आरोप लगाए थे। मामला सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान में लिया। कोर्ट के आदेश पर एसआइटी पूरे प्रकरण की जांच कर रही है। छात्रा के पिता की ओर से स्वामी चिन्मयानंद पर अपहरण का मुकदमा, जबकि स्वामी के अधिवक्ता की ओर से अज्ञात के खिलाफ पांच करोड़ की रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज है।
प्रेस कांफ्रेंस कर दुष्कर्म के आरोपों को दोहराया
इससे पहले सोमवार (09 सितंबर) को स्वामी चिन्मयानंद पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली छात्रा ने अपने आवास पर प्रेस कांफ्रेंस कर दुष्कर्म के आरोपों को दोहराया था। उसने आरोप लगाया था कि पर्याप्त सुबूत होने के बावजूद उप्र पुलिस स्वामी चिन्मयानंद पर मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार नहीं कर रही है। उत्तर प्रदेश की पुलिस से जान का खतरा बताते हुए कहा था कि डीएम ने भी उसके पिता को धमकाया। उनके निलंबन की मांग उठाई। बोली कि एक साल से मेरा शारीरिक शोषण किया जा रहा था। मेरे पास पर्याप्त सुबूत हैं, सही समय आने पर सौंपूंगी। छात्रा ने यह भी कहा कि स्वामी ने उसे व उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी है।
कारगुजारी का वीडियो वायरल, आश्रम पहुंची एसआइटी
पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद मुश्किल में फंसते नजर आ रहे। मंगलवार को एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक लड़की व कथित तौर पर स्वामी चिन्मयानंद आपत्तिजनक स्थिति में बातें करते नजर आ रहे। वीडियो में कितनी सच्चाई है, यह जांच में सामने आएगी, लेकिन इस बीच एसआइटी ने पीड़ित छात्रा के साथ चिन्मयानंद के मुमुक्ष आश्रम पहुंचकर सात घंटे से ज्यादा वक्त तक छानबीन की। उसी परिसर में एसएस लॉ कॉलेज है। कुछ ही देर में आरोप लगाने वाली छात्रा को भी बुला लिया गया। वह जिस हास्टल में रहती थी, उसका ताला उसी के सामने खुलवाया गया। वहां पर टीम ने काफी देर तक पड़ताल की। छात्रा से जानकारियां हासिल कर साक्ष्य एकत्र किए।