Swami Chinmayanand Case : एसआइटी ने मांगी चिन्मयानंद और छात्रा की रिमांड
पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री चिन्मयानंद और छात्रा की रिमांड के लिए एसआइटी ने सीजेएम की अदालत में प्रार्थना पत्र दिया है। इस पर शुक्रवार को सुनवाई होगी।
शाहजहांपुर, जेएनएन। यौन उत्पीड़न और दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री चिन्मयानंद और उनसे रंगदारी मामले में जेल में बंद छात्रा की रिमांड के लिए विशेष जांच दल (एसआइटी) ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत में प्रार्थना पत्र दिया है। एसआइटी का कहना है कि रिमांड मिलने पर आरोपितों की आवाज का वायरल हो रहे वीडियो की आवाज से मिलान कराया जाएगा। प्रार्थना पत्र पर शुक्रवार को सुनवाई होगी।
विशेष जांच दल की ओर से मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया गया है कि चिन्मयानंद और छात्रा के वायरल हो रहे वीडियो में दोनों की आवाज का उन्हें मिलान कराना है। यह मिलान लखनऊ स्थित प्रयोगशाला में हो सकता है, इसलिए दोनों को लखनऊ तक ले जाने के लिए रिमांड चाहिए। सीजेएम ने इस पर शुक्रवार को सुनवाई की तारीख तय की है। दरअसल, 10 सितंबर की दोपहर को चिन्मयानंद के आपत्तिजनक वीडियो वायरल हुए थे। उसी शाम को एक और वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें छात्रा व चार युवकों के बीच रंगदारी को लेकर बात करने का दावा किया जा रहा था।
छात्रा और मां से की पूछताछ
एसआइटी ने जेल में जाकर छात्रा से पूछताछ की। इसके बाद उसके घर जाकर उसकी मां से सवाल-जवाब किए। दुष्कर्म के आरोप में चिन्मयानंद और उनसे रंगदारी मांगने पर छात्रा जेल में बंद है। गुरुवार दोपहर करीब दो बजे एसआइटी जेल पहुंची और छात्रा से करीब डेढ़ घंटा तक पूछताछ की। इसके अलावा जेल प्रशासन से चिन्मयानंद, छात्रा, उसके दोस्त संजय और विक्रम, सचिन की सुरक्षा व अन्य बिंदुओं के बारे में जानकारी ली। वहीं एसआइटी की दूसरी टीम ने घर जाकर छात्रा की मां से पूछताछ की। उनसे आश्रम के कॉलेज में नौकरी, हॉस्टल में रहने के अलावा दिव्यधाम के बारे में भी जानकारी हासिल कर टीम लौट गई।
कार ट्रेस, दो लोगों के नाम सामने आने का दावा
24 अगस्त को छात्रा ने अपनी फेसबुक आइडी पर वीडियो वायरल किया था, जिसके बाद से वह लापता हो गई थी। बाद में उसे 30 अगस्त को राजस्थान के दौसा जिले से बरामद किया गया था। साथ में उसका दोस्त संजय सिंह मिला था। इन तक पहुंचने में एसआइटी को दिल्ली से दौसा तक कार ले जाने वाले ड्राइवर की लोकेशन ट्रेस होने से मदद मिली थी। बताया जा रहा है कि जांच में उस कार को ट्रेस कर लिया गया है जो छात्रा व संजय ने शाहजहांपुर से दिल्ली तक जाने में प्रयोग की थी। इससे संबंधित दो लोगों के नाम भी सामने आए हैं।
कॉलेज से लेकर दिव्यधाम तक की मैपिंग
एसआइटी ने दुष्कर्म प्रकरण की जांच तेज कर दी है। लगातार दूसरे दिन गुरुवार को भी टीम मुमुक्षु आश्रम पहुंची। लॉ कॉलेज व दिव्यधाम में पड़ताल की। टीम के सदस्य पहले लॉ कॉलेज गए। वहां कुछ देर रुकने के बाद उस कंप्यूटर लैब व लाइब्रेरी का मुआयना किया जहां छात्रा काम करती थी। उसके बाद टीम हॉस्टल पहुंची। वहां पर लॉ कॉलेज से लेकर हॉस्टल व हॉस्टल से लेकर चिन्मयानंद के आवास दिव्यधाम तक की मैपिंग की। इस दौरान हॉस्टल के गेट, कॉलेज व दिव्यधाम से दूरी, आने-जाने के लिए गेट आदि को देखा। इसके बाद टीम दिव्यधाम के अंदर भी गई। वहां का मुआयना करने के बाद दोपहर करीब एक बजे टीम वापस हो गई।
वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुई चिन्मयानंद की पेशी
छात्रा से दुष्कर्म के आरोप में जिला जेल में बंद चिन्मयानंद की वीडियो कांफ्रेंसिंग से मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ओमवीर सिंह की कोर्ट में पेशी हुई। जहां से उनकी न्यायिक हिरासत 14 दिनों के लिए बढ़ा दिया गया। वहीं, इस मामले में रिमांड की तारीख 16 अक्टूबर तय कर दी है। चिन्मयानंद को 20 सितंबर को एसआइटी ने उनके आवास दिव्यधाम से गिरफ्तार किया था।