पढ़ाई खर्च के साथ मिलेगी पॉकेट मनी
पढ़ाई पर होने वाले खर्च के लिए छात्र-छात्राओं को माता पिता से मदद नहीं लेनी होगी।
शाहजहांपुर : पढ़ाई पर होने वाले खर्च के लिए छात्र-छात्राओं को माता पिता से मदद नहीं लेनी होगी। वह स्वयं न सिर्फ कॉलेज व ट्यूशन की फीस भर सकेंगे बल्कि उनके पास अन्य जरूरतों के लिए भी पॉकेट मनी होगी। पढ़ाई के साथ छात्र-छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जीएफ डिग्री कॉलेज में मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कॉलेज के सालिम अली जुलोजिकल सोसाइटी जंतु विज्ञान विभाग की ओर से उन्हें यह भी बताया जाएगा कि वह किस तरह इनका शहद बेचकर अपनी आय बढ़ा सकते हैं।
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विद्यार्थियों के बाद जोड़े जाएंगे किसान
जंतु विज्ञान विभाग के लगभग दो सौ विद्यार्थियों को पहले चरण में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद आस-पास के किसानों को भी मधुमक्खी पालन के टिप्स दिए जाएंगे।
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पुष्परस खत्म होने के बाद चीनी का घोल
कॉलेज में फल एवं फूलों की तमाम प्रजातियां है। जो मधुमक्खी पालन के लिए उपयुक्त हैं। जब पुष्परस खत्म होने लगेगा तो चीनी का घोल बनाकर मधुमक्खी के बॉक्स में लटका दिया जाएगा। इसके लिए विभाग की ओर से सभी तरह के उपकरण भी खरीद लिए गए है।
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फोटो : 3एसएचएन 2
इससे पहले रेशम कीट पालन का प्रशिक्षण दिया गया था। अब मधुमक्खी पालन के जरिये इस प्रयोग को छात्रों व किसानों के आय के साधन बढ़ाना उद्देश्य है।
डॉ. जमील अहमद, प्राचार्य जीएफ कॉलेज
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मधुमक्खी पालन सीमित जगह पर हो जाता है। छात्रों के रोजगार के लिए यह अच्छा विकल्प है। अभी पांच बॉक्स खरीदे गए है। आगे और भी लाये जाएंगे।
डॉ. अरीब अंजुम रहमान, जंतु विज्ञान विभागाध्यक्ष फैक्ट फाइल
- एक बॉक्स की कीमत साढ़े तीन हजार से चार हजार होती है।
- बीस दिन में एक बॉक्स में 10 से 15 किलो शहद तैयार होता है।
- एक किलो शहद की कीमत साढ़े तीन सौ से चार सौ रुपये होती है।