ट्रैक्टर ट्राली ने साइकिल सवार छात्रा को कुचला
साइकिल से कॉलेज जा रही छात्रा को ईंट लेकर जा रही ट्रैक्टर-ट्राली ने कुचल दिया।
जेएनएन, शाहजहांपुर : साइकिल से कॉलेज जा रही छात्रा को ईंट लेकर जा रही ट्रैक्टर-ट्राली ने कुचल दिया। हादसे में छात्रा की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पाकर पहुंचे परिजनों ने ग्रामीणों के साथ जाम लगा दिया। वे ट्रैक्टर चालक व भट्टा स्वामी पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। करीब चार घंटे तक हंगामा होता रहा। कॉलेज के छात्र-छात्राएं भी वहां पहुंच गये। भीड़ की पुलिस से धक्का मुक्की भी हुई, जिस पर पुलिस ने लाठियां फटकार कर भीड़ को खदेड़ा। बौखलाये पुलिस कर्मियों ने छात्रा के भाई की भी पिटाई कर दी। एसडीएम के समझाने पर जाम खुला।
परौर थाना क्षेत्र के अस्तोली गांव निवासी नूरहसन की बेटी फिरदौस क्षेत्र के ही कौंही गांव स्थित इंटर कालेज में कक्षा नौ में पढ़ती थी। शनिवार को फिरदौस साइकिल से कालेज जा रही थी। परौर-कलान मार्ग पर ईंट भट्ठे के पास ट्रैक्टर ट्राली ने फिरदौस को अपनी चपेट में ले लिया। ट्रैक्टर का पहिया उसके सिर पर से गुजर गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर परिजन वहां पर पहुंच गये, लेकिन तब तक 100 डायल की गाड़ी में शव रखकर पुलिस कलान के लिए चल दी थी। रास्ते में परिजनों ने गाड़ी को रुकवा लिया। कुछ ही देर में कालेज के छात्र-छात्राएं भी वहां पर आ गये। उन लोगों ने ट्रैक्टर चालक पर कार्रवाई हुए बिना शव ले जाने देने से इन्कार कर दिया। लोगों ने हंगामा शुरू किया तो इसकी सूचना थाने पर दी गई। कुछ ही देर में कलान के अलावा आसपास के थानों से भी फोर्स आ गया, पर भीड़ बढ़ चुकी थी। कालेज के प्रबंधक आदित्य यादव को बुलाया गया, पर अपनी सहपाठी की मौत से आक्रोशित छात्राएं भी उनकी बात सुनने को तैयार नहीं थीं। सभी लोग ट्रैक्टर ट्राली चालक की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। इस बीच वहां मौजूद एसओ परौर संजय ¨सह ने बताया कि आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है, पर लोग उसे वहां लाने की मांग करने लगे। एसडीएम विजय शर्मा व सीओ शिव प्रसाद दुबे वहां पर पहुंचे, लेकिन लोग सुनने को तैयार नहीं थे। भीड़ के न मानने पर पुलिस ने लाठियां फटकारना शुरू कर दीं। फिरदौस के भाई ने विरोध किया तो उसे पीटते हुए गाड़ी में बैठा लिया। जिसको लेकर भीड़ की पुलिस से धक्का मुक्की भी हुई। एसडीएम विजय शर्मा ने आरोपित को हवालात में बंद किये जाने का फोटो दिखाने के साथ ही सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब लोग वहां से हटे।
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शिक्षिकाएं भी पहुंचीं
फिरदौस की मौत की जानकारी पाकर वहां पर कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की शिक्षिकाएं भी पहुंच गईं। उन लोगों ने भी डग्गामार वाहनों को लेकर प्रशासन व पुलिस को कोसना शुरू कर दिया, हालांकि एसडीएम के पहुंचने पर शांत हो गईं।
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परिजनों का हाल बेहाल
दो भाई व चार बहनों में फिरदौस चौथे नंबर पर थी। उसकी मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। मां माता बैतून निशा बेगम का हाल बेहाल था। बताया कि बेटी पढ़ने में बहुत तेज थी। बहुत कम छुट्टी करती थी। रोज साइकिल चलाकर करीब ढाई किमी. तक कालेज जाती थी। फिरदौस शनिवार सुबह रोज की तरह नाश्ता करके निकली थी, पर बैतून निशा को क्या पता था कि वह अपनी बेटी से दोबारा नहीं मिल पाएगी। कालेज से एक किमी. दूरी पर ही हादसा हो गया।
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वाहनों पर अंकुश की मांग
परौर-कलान ¨लक मार्ग पर वाहनों का दबाव रहता है। इस रूट पर डग्गामार वाहन अनियंत्रित गति से चलते हैं, जिस कारण हादसे की संभावना बनी रहती है। लोगों ने अधिकारियों से कहा कि वह इस रूट पर डग्गामार वाहनों के संचालन पर अंकुश लगाएं। जिस पर एसडीएम ने कार्रवाई का भरोसा दिया।