Shahjahanpur: फर्जी आधार कार्ड लगाकर भूमि बैनामा कराने वाले 4 गिरफ्तार, गवाही के बदले मिलने थे 20 हजार रुपये
शाहजहांपुर में फर्जी आधार कार्ड के जरिए भूमि का बैनामा का प्रयास करने वाले 4 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। 20-20 हजार रुपये लेकर गवाह बनने को तैयार हुए लोगों ने आखिर समय में अपने आधार कार्ड देने से इन्कार कर दिया था।
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर: फर्जी आधार कार्ड के जरिये भूमि का बैनामा कराने का प्रयास किया गया। 20-20 हजार रुपये लेकर गवाह बनने को तैयार हुए लोगों ने आखिर समय में अपने आधार कार्ड देने से इन्कार कर दिया था। मामला जब थाने पहुंचा तब जांच कराई गई। बैनामा कराने के लिए तैयार कराए गए कागजात में फर्जी आधार कार्ड लगा मिलने पर पुलिस ने जनसेवा केंद्र संचालक समेत चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने लैपटाप, प्रिंटर, भूमि के कागजात आदि बरामद किए है।
राजकुमार सिंह ने पुलिस को दी तहरीर
कलान थाना क्षेत्र के पिडारा गांव निवासी राजकुमार सिंह ने शनिवार को जलालाबाद पुलिस को तहरीर दी थी। उन्होंने बताया कि उनके खेत के पास में ही फर्रुखाबाद जिले के शमशाबाद थाना क्षेत्र के मुसेपुर गांव निवासी विजेंद्र कुमार का 11 बीघा खेत है। कलान थाना क्षेत्र के झकरेली गांव निवासी सर्वेश कुमार, इसी क्षेत्र के महमूदियापुर गांव निवासी ओमकार व सुकनईया गांव निवासी रविंद्र कुमार सिंह ने विजेंद्र का खेत विक्री होना बताया था।
जनसेवा संचालक ने एडिट करा आधार
ओमकार ने तहसील से उस खेत के कागजात निकलवाकर राजकुमार को दे दिए थे। उन्होंने जब तहसील में कागजात के आधार पर खेत के बारे में जानकारी ली तो वह सही निकली। इसके बाद ओमकार ने अपने आधार कार्ड को कलान के ही आधीदेई गांव निवासी जनसेवा केंद्र संचालक मुकेश से संपर्क कर एडिट करा लिया। उसमे विजेंद्र का नाम पता दर्शाने के साथ ही फोटो अपना लगवा लिया।
मिलने थे 20-20 हजार रुपये
ओमकार ने 11 बीघा खेत के खुद 60 हजार रुपये व सर्वेश, रविंद्र व मुकेश को 20-20 हजार रुपये देने की बात कही थी। शनिवार को जब सभी बैनामा कराने गए थे जहां गवाह के तौर पर जब सर्वेश, रविंद्र आदि से उनका आधार कार्ड मांगा गया तो उन्होंने इन्कार कर दिया। जिसके बाद वहां विवाद होने लगा। जिस पर सभी आरोपित वहां से भाग गए थे। राजकुमार ने जलालाबाद पुलिस को पूरा प्रकरण बताया। रविवार को पुलिस ने चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। एएसपी ग्रामीण संजीव कुमार वाजपेयी ने बताया कि जनसेवा केंद्र संचालक ने आधार कार्ड को एडिट किया था। सभी को जेल भेजा जा रहा है।