शैक्षिक संस्थानों की बसें बगैर फिटनेस के नहीं भरेंगी फर्राटा
स्कूली बसों में चलने वाले बच्चों का जीवन सुरक्षित रहे। इसके लिए प्रमुख सचिव परिवहन ने शैक्षिक संस्थानों की बसों के फिटनेस टेस्ट कराने के आदेश दिए हैं।
जेएनएन, शाहजहांपुर: स्कूली बसों में चलने वाले बच्चों का जीवन सुरक्षित रहे। इसके लिए प्रमुख सचिव परिवहन ने शैक्षिक संस्थानों की बसों के फिटनेस टेस्ट कराने के आदेश दिए हैं। दो मार्च तक इसकी रिपोर्ट शासन को भेजनी है। इस संबंध में सभी स्कूलों के प्रबंधकों को नोटिस भेज दिया गया है। लापरवाही पर कार्रवाई तय है।
स्कूलों वाहन से हादसों की संख्या बढ़ी है। जिसका हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया था। इसके बाद प्रमुख सचिव परिवहन ने गाइडलाइन के तहत सभी शैक्षिक संस्थानों की बसों का फिटनेस टेस्ट कराने का पत्र जारी किया। अप्रैल माह में शैक्षिक सत्र शुरू होना है।
फिटनेस की गाइड लाइन
- स्कूल बसों में अग्निशमन यंत्र लगा हो
- प्रदूषण के मानक पूरे हो
- बच्चों के बैठने की पर्याप्त व्यवस्था हो
- इमरजेंसी गेट मानक के तहत होना चाहिए
- बसों को पीले रंग का होना चाहिए
- तकनीकि तरह से पूरी तरह फिट होनी चाहिए
स्कूलों में बसों की स्थिति
72- स्कूल
233- बसें
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वर्जन: सभी शैक्षिक संस्थानों के प्रबंधकों को फिटनेस चेक कराने के नोटिस दिए गए हैं। बगैर फिटनेस के अगले सत्र में बसें नहीं चल सकेंगी।
मनोज कुमार, एआरटीओ