कुरीतियों से रहें दूर: स्वामी क्षमानंद
शाहजहांपुर : आर्य समाज की तरफ से तीन दिवसीय वेद प्रचार कार्यक्रम संपन्न हो गया। मधुपुरी से पध
शाहजहांपुर : आर्य समाज की तरफ से तीन दिवसीय वेद प्रचार कार्यक्रम संपन्न हो गया। मधुपुरी से पधारे कथा व्यास स्वामी क्षमानंद ने कहा कि भारत की सबसे अधिक हानि कुरीतियों में फंसने के कारण हुई। लोगों को कुरीतियों से मुक्ति दिलाने के लिए स्वामी दयानंद ने आंदोलन चलाया था। स्वामी दयानंद के बताए मार्ग पर चलकर आर्य समाज मौजूदा समय भी कुरीतियों के खिलाफ आंदोलन चला रहा है। स्वामी क्षमानंद ने कहा कि छुआछूत, बाल विवाह का विरोध और विधवा विवाह का समर्थन स्वामी दयानंद ने किया था। जिस कारण नारियों को समुचित सम्मान मिला। देश में बाल विवाह बंद हुए थे। साथ ही बालिका शिक्षा पर आर्य समाज विशेष जोर दे रहा है। मूर्ति पूजा तांत्रिक बाद ऊंचनीच से समाज में विभाजन पैदा होता है। कहा कि हमें प्रतिदिन हवन संध्या करना चाहिए। प्राणायाम योग जीवन को सुखी बनाते हैं। अपने परिवार को महापुरुषों के आदर्श से जोड़े। तभी परिवार की उन्नति होगी। साथ ही समाज की भी प्रगति होगी। इससे पहले कथा के आयोजक सतेंद्र पाल ¨सह चौहान ने कथा व्यास को आसन ग्रहण कराया। इस अवसर पर अरुण भदौरिया, अश्वनी चौहान, नेमपाल, अवधेश ¨सह, बलबीर ¨सह, भानुप्रताप ¨सह, सुमित भदौरिया, चंदू राजेंद्र पाल जगतपाल, धनवीर ¨सह, लालाराम, शिवसरन आदि रहे।