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पुवायां में 59 अमीरों को राशनकार्ड, बीडीओ समेत 27 फंसे

जिले में राशन कार्ड के बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 12 Jan 2019 07:58 AM (IST)Updated: Sat, 12 Jan 2019 07:58 AM (IST)
पुवायां में 59 अमीरों को राशनकार्ड, बीडीओ समेत 27 फंसे

शाहजहांपुर : जिले में राशन कार्ड के बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। पुवायां तहसील के गांव सरदारपुर में जिम्मेदारों ने मानकों और सत्यापन को ताक पर रखकर अपात्रों के राशन कार्ड बना डाले। पांच जनवरी को समाधान दिवस में डीएम ने एक अपात्र के हाथ में कार्ड दिखने पूरे गांव में सत्यापन कराया। वर्ष 2016 से 2018 के बीच जारी 182 में से दो मृतकों सहित 59 कार्ड ऐसे लोगों के निकले जो पक्के घर, ट्रैक्टर और अन्य साधन से संपन्न हैं। डीएम ने डीडीओ, बीडीओ, पूर्ति विभाग के एआरओ, नौ पूर्ति निरीक्षकों और विकास विभाग के 17 कर्मचारियों से तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा है। एक निरीक्षण ने खोली पोल

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पांच जनवरी को बंडा थाना में समाधान दिवस के बाद डीएम ने सरदारपुर गांव का निरीक्षण किया था। इसी दौरान साधन संपन्न एक प्रगतिशील किसान के पास पात्र गृहस्थी श्रेणी का राशन कार्ड मिला था। इसके बाद डीएम ने राजस्व कर्मियों से गांव के सभी राशन कार्डो का सत्यापन कराया। पांच दिन बाद जो रिपोर्ट आई वह चौंकाने वाली है। 182 कार्डो का सत्यापन हुआ। वर्ष 2016 में पात्र गृहस्थी के 37, अंत्योदय के पांच कार्डधारक अपात्र मिले। 2017 में तीन और 2018 में पात्र गृहस्थी के 14 कार्डधारक भी अपात्र निकले।

अमीरी के ठाठ, कार्ड अति गरीब का

पात्र गृहस्थी के राशन कार्ड जारी होने में तो धांधली हुई ही, गरीबों के अंत्योदय योजना के हक पर भी अमीरों के कार्ड जारी हुए। 2016 में स्वर्ण कौर, बल¨वदर, कुल¨वदर कौर को साधन संपन्न होने पर भी अंत्योदय कार्ड जारी हुआ। गांव छोड़कर बाहर जा चुकीं सिमरनजीत कौर का भी अंत्योदय कार्ड निकला। 2017 में मनप्रीत, भजन कौर के कार्ड भी ऐसे ही बने। मृतकों तक के नाम राशन कार्ड मिले। गुरुदीप कौर व मस्तान सिंह की मौत के बाद भी कार्ड निरस्त न होने पर राशन लिया गया।

इस तरह खेल को दिया अंजाम

राशन कार्ड के लिए गांव से आने वाली सूची व नामों का घर-घर जाकर पात्रता सत्यापन करना था। विकास विभाग के कर्मचारियों और पूर्ति निरीक्षकों ने मौके पर जाए बिना ही रिपोर्ट लगा दी और पूर्ति विभाग से कार्ड जारी हो गए। 2016 से 2018 के बीच तैनात ये अधिकारी फंसे

नाम व पद

प्रभु नरायण द्विवेदी, बीडीओ

रामगोपाल वर्मा, बीडीओ

विजय शंकर त्रिपाठी, बीडीओ

विकास खंडेलवाल, बीडीओ

राणा प्रताप मनोज एडीओ

विश्वास शुक्ला, ग्राम विकास अधिकारी

देव नरायण दुबे, एडीओ

राजेंद्र गौड़ ग्राम विकास अधिकारी

डीडीओ उग्रसेन यादव, प्रभारी बीडीओ

जैनिथकांत, बीडीओ

प्रीति वर्मा, बीडीओ

सहायक ¨नबंधक डा. पीके शुक्ला प्रभारी बीडीओ

देव नरायण दुबे, एडीओ

राजाराम एडीओ

प्रेम सागर यादव, एडीओ

राजेंद्र गौड़ पंचायत सचिव

राजकुमार शुक्ला, पंचायत सचिव

एआरओ वेद प्रकाश

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इन पूर्ति निरीक्षकों पर गिर सकती गाज

सभी राशन कार्ड पूर्ति निरीक्षकों की लॉग-इन आइडी से जारी हुए थे। इसलिए 2016 से 2018 तक के पूर्ति निरीक्षक रहे संतोष शर्मा, रामेश्वर दयाल, नरेश कुमार, अनिल चौधरी, अमर ¨सह, अजय कुमार, पवन कुमार, प्रदीप कुमार, अंकुर सक्सेना फंसे हैं। इन सभी से तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है।

-------------- स्पष्टीकरण के बाद कड़ी कार्रवाई

फोटो 11 एसएचएन 29

अपात्रों को पात्र गृहस्थी या अंत्योदय के राशन कार्ड जारी होना गंभीर मामला है। विकास विभाग के 17 व पूर्ति विभाग के दस कर्मचारी संदेह के घेरे में आए हैं। सभी से स्पष्टीकरण मांगा है। सभी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

अमृत त्रिपाठी, जिलाधिकारी


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