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दो लाख कुंतल गेहूं पर बारिश का असर

दो दिन हुई रिमझिम बारिश का असर सीधा किसानों पर पड़ा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Apr 2019 12:49 AM (IST)Updated: Fri, 19 Apr 2019 06:27 AM (IST)
दो लाख कुंतल गेहूं पर बारिश का असर

जेएनएन, शाहजहांपुर : दो दिन हुई रिमझिम बारिश का असर सीधा किसानों पर पड़ा है। मंडी में खुले आसमान में लगा लगभग दो लाख कुंतल गेहूं भीग गया है। जिससे भीगा हुआ गेहूं सेंटरों पर नहीं खरीदा गया। गेहूं खरीद शुरू हुए 18 दिन हो चुके है। लेकिन सेंटरों पर खरीद के नाम पर अभी भी महज खानापूर्ति ही हो रही है। जबकि 17 अप्रैल तक रोजा मंडी में आवक तीन लाख 66 हजार कुंतल हो चुकी है। वहीं सरकारी खरीद की यदि बात करें तो 37 हजार कुंतल ही सेंटरों पर किसानों का गेहूं खरीदा गया है। -----

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भारी पड़ रही सेंटर प्रभारियों की मनमानी

मंडलायुक्त, खाद्य आयुक्त सहित तमाम अधिकारी रोजा मंडी का निरीक्षण कर चुके है। बेहद कम खरीद होने पर सभी अधिकारी नाराजगी जता चुके है। लेकिन अधिकारियों की सख्ती पर भी सेंटर प्रभारियों की मनमानी भारी पड़ रही है। जिसका खामियाजा सीधे तौर पर किसानों को भुगतना पड़ रहा है। ------

टीनशेड में पहुंचाया गया गेहूं

मौसम की स्थिति देखते हुए सरकारी खरीद का करीब 37 हजार कुंतल गेहूं मंडी प्रशासन ने टीन शेड के अंदर पहुंचा दिया है। दो दिन रिमझिम बारिश होने की वजह से किसानों का गेहूं भीग गया था। -------

बारिश के बाद 21 रुपये दाम हुए कम

बुधवार तक 17 सौ 22 रुपये प्रति कुंतल गेहूं खरीदा जा रहा था। लेकिन गुरुवार को एक ओर जहां बारिश से गेहूं भीग गया है तो वहीं 21 रुपये दाम भी प्रति कुंतल के हिसाब से कम हो गए है। जिससे किसानों को दोहरा नुकसान उठाना पड़ रहा है। --------

दावों की खुली पोल

रसौआ गांव के सुखविदर सुबह नौ बजे रोजा मंडी अपना गेहूं लेकर पहुंच गए थे। लेकिन देर शाम तक उनका गेहूं नहीं खरीदा गया। उन्होंने बताया कि सेंटरों पर 50 रुपये प्रति कुंतल खर्च मांगा जा रहा है। जो कि सरासर गलत है। वहीं डीएम पहले ही इस तरह की मनमानी पर रोक लगाने के निर्देश मंडी सचिव को दे चुके है।


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