घुमंतू व झूग्गी-झोपड़ी वालों पर स्वास्थ्य विभाग की नजर
बेशक देश पोलियो मुक्त हो चुका है। लेकिन इसको बराबर बरकरार रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार सक्रियता बनाए हुए है।
शाहजहांपुर : बेशक देश पोलियो मुक्त हो चुका है। लेकिन इसको बराबर बरकरार रखने के लिए स्वास्थ्य महकमा लगातार सक्रियता बनाए है। खासकर घुमंतू व झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले लोगों पर विभाग बराबर नजर रख रहा है। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि ये लोग दूसरे प्रदेशों से आकर जिले में बस जाते हैं, जिस कारण टीकाकरण से भी वंचित रह जाते है। हाल ही में कोई पोलियो से संबंधी कोई लक्षण नहीं मिले है हालांकि दो वर्ष पहले कुछ संक्रामक रोग फैलने की वजह से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप जरूर मच गया था। जिसको लेकर पूरे जनपद में अभियान चलाकर बच्चों का टीकाकरण कराया गया था। अभियान के दौरान कुछ बच्चों में लक्षण भी प्रतीत हो रहे थे, लेकिन जांच में पोलियो न होने की पुष्टि हुई थी। पांच सप्ताह का चलेगा अभियान
स्वास्थ्य विभाग व यूनीसेफ जनपद में 26 नवंबर से पांच सप्ताह का अभियान चलाने जा रहा है। पहले दो सप्ताह में स्कूल-कॉलेज में कैंप लगाए जाएंगे। अगले दो सप्ताह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, आंगनबाड़ी केंद्र पर कैंप लगाकर टीकाकरण होगा। आखिरी सप्ताह में उन बच्चों को चिन्हित किया जाएगा जो इन चार सप्ताह में टीकाकरण से वंचित रह गए है। धर्मगुरुओं से भी मांगा सहयोग
यूनीसेफ ने स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर जनपद को पोलियो मुक्त बनाये रखने के लिए बीते दिनों धर्म गुरुओं का भी सहयोग मांगा था। उनके साथ बैठक कर उनकी अभियान में उपयोगिता के बारे में बताया था। इनका रखे ध्यान
- 9 माह से 15 माह की उम्र तक टीकाकरण कराना।
- यदि किसी बच्चे को एमआर, एमएमआर का टीका पहले लग चुका है तो भी उसे टीका अवश्य लगवाना चाहिए।
- बच्चों को यह टीका प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मी से ही लगवाना चाहिए।
- अभिभावक स्वास्थ्य महकमे के संपर्क में रहें। 364 एएनएम के साथ मिलकर एक बड़ा अभियान चलाने जा रहे हैं। ईंट भट्टों के अलावा जो घुमंतू लोग है उनके बच्चों का भी टीकाकरण कराया जाएगा। जनपद में एक भी बच्चे में पोलियो के लक्षण नहीं मिले है। स्वास्थ्य महकमे के साथ ही अभिभावको को भी बच्चों पर बराबर इस बावत नजर रखने की जरूरत है।
आरपी रावत, सीएमओ