जाम में उलझा शहर, सवा घंटा तड़पती रही गर्भवती
जेएनएन, शाहजहांपुर : जलालनगर मुहल्ले के अन्नू खान और उनकी पत्नी माबिया शायद ही यह दिन कभी भूल पाएं। दोपहर 12 बजे का वक्त था और माबिया के प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। आनन-फानन में 108 एंबुलेंस बुला ली गई लेकिन, चौक कोतवाली क्षेत्र के सिंजई मुहल्ले के पास लगे जाम में एंबुलेंस फंस गई। माबिया दर्द से तड़पती रहीं, अन्नू की धड़कने भी बढ़ती गईं। इस डर से कि कोई अनहोनी न हो जाए। वह बेबास थे क्योंकि जाम को खुलवाने में कोई पुलिस वाला भी नजर नहीं आ रहा था। करीब सवा घंटे तक तड़पने के बाद माबिया मेडिकल कालेज पहुंच सकी। जब जाकर स्वजन ने राहत की सांस ली।
सोमवार को ये संकट सिर्फ माबिया को ही नहीं बल्कि पूरे शहर को झेलना पड़ा, क्योंकि सावन माह में यातायात व्यवस्था को बेहतर रखने में पुलिस के सारे दावे फेल हो गए। शहर को शायद ही कोई मार्ग बचा हो जहां जाम न लगा हो। कहने को तो स्मार्ट सिटी के तहत महानगर की यातायात व्यवस्था को सुधार कराने के लिए एक साल से लगातार कवायद चल रही है। तिराहे-चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल भी लगाए जा रहे है। लेकिन स्थिति जस की तस है। चौक कोतवाली क्षेत्र के सिंजई मुहल्ले के पास भीषण जाम था। मालखाना मोड़ से लेकर चार खंभा तक करीब पहुंचने में लोगों को करीब दो घंटे का समय लगा। एक बजे के बाद स्कूलों की छुट्टी होने के बाद बस, ई-रिक्शा, वैन आदि से घर जा रहे छात्र-छात्राएं भी जाम में फंस गए। इस मार्ग से कांवड़िये भी निकलते हैं। बावजूद इसके व्यवस्था संभालने के लिए पुलिस कहीं नजर नहीं आई।
मनमाने ढंग से निकाली जा रहीं भैंस
सिंजई मुहल्ले के प्रमुख मार्ग पर जाम विकराल होने की एक वजह दोपहर 12 बजे मनमाने ढंग से निकाली जा रहीं भैंसे भी बनीं। कई लोगों ने पशु पालक से इसको लेकर नाराजगी भी जताई। भैंसों को नदी पर ले जाने के लिए कई बार समय तय किया गया, लेकिन प्रशासन व पुलिस के स्तर से ढिलाई के कारण समस्या बनी हुई है।
पाइप लाइन भी बढ़ा रही दिक्कत
जल निगम की ओर से शहर में पाइप लाइन बिछाई जा रही है। लेकिन गड्ढों को भरवाने को लेकर लापरवाही बरती जा रही थी। चौक क्षेत्र में पाइप ही सड़क पर डाल दिए गए जिस वजह से वाहनों को निकालना तक मुश्किल हो रहा है।
चालान पर ही ज्यादा जोर
जाम की समस्या से निजात दिलाने के बजाय यातायात सिपाही चेकिंग करने में व्यस्त रहते है। इसके लिए कुछ स्थानों को चिह्नित किया गया। जिसमे अंटा चौराहा, रोडवेज बस स्टैंड, अशफाक नगर तिराहा, राजघाट पुलिस चौकी, मालखाना मोड़ आदि स्थान शामिल है। जबकि यातायात व्यवस्था की जिम्मेदारी होमगार्डों पर छोड़ दी जा रही है।
ये भी जानें
1 प्रभारी निरीक्षक यातायात
5 उप निरीक्षक यातायात
21 हेड कांस्टेबल
9 कांस्टेबल
7 महिला कांस्टेबल
85 होमगार्ड
जाम से निजात दिलाने के लिए अधिकारियों को ध्यान देना होगा। ई-रिक्शा के लिए मार्ग तय किए जाएं।
रवि
भैंसे निकलने के लिए समय कई बार तय हो चुका है लेकिन इसका पालन नहीं कराया जा रहा है।
दिनेश कुमार
जाम लगने के जो प्रमुख स्थान है वहां कम से कम दो ट्रैफिक सिपाहियों की ड्यूटी दिन में लगनी चाहिए।
अमित कुमार
शहर में पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा है, जिस वजह से जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है। जिन मार्गों पर जाम अधिक लग रहा है वहां ट्रैफिक के सिपाहियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। जो लोग दुकानों के बाहर सामान रख लेते है उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
अखंड प्रताप सिंह, सीओ सिटी/ सीओ ट्रैफिक