कैसे हो गंदगी कम, महीने भर से पोर्टल बेदम
देश को गंदगी मुक्त करने के लिए केंद्र सरकार ने तमाम योजनाएं शुरू की है।
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर :
देश को गंदगी मुक्त करने के लिए केंद्र सरकार ने तमाम योजनाएं शुरू की है। लोगों की दिक्कत व उनके अच्छे कार्य सार्वजनिक मंच तक पहुंचे इसके लिए स्वच्छता एप भी शुरू किया। लेकिन यह एप कब चले और कब बंद हो जाये यह खुद निगम के अधिकारियों को भी नहीं पता रहता है। लगभग एक माह से एप बंद चल रहा है। जिस वजह से लोग साफ-सफाई के बाबत शहर व खुद की गतिविधियों को भी पोर्टल पर अपलोड नहीं कर पा रहे है। जबकि इस एप के बारे में हर व्यक्ति को जानकारी मुहैया कराने के लिए अधिकारियों की भी नियुक्ति की गई है। पोर्टल पर शिकायत दर्ज न हो पाने की वजह से पब्लिक सीधे अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देने को मजबूर है। -----------
डीएम ने बताई थी दिक्कत
राज्य स्तरीय मंडल केंद्रित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें कैबिनेट मंत्री के अलावा शाहजहांपुर, लखीमपुर, हरदोई के सभी निकायों के अधिशासी अधिकारी व स्वच्छता सर्वेक्षण से जुड़े अधिकारी शामिल हुए थे। डीएम अमृत त्रिपाठी ने कार्यशाला में भी एप बंद होने की दिक्कत से कैबिनेट मंत्री व आइडीसी के अधिशासी निदेशक अखिलेश गौतम को अवगत कराया था। कहा था कि एप बंद होने की वजह से लोग अपनी स्वच्छता संबंधी शिकायत व साफ-सफाई की गतिविधियों को सार्वजनिक मंच पर अपलोड नहीं कर पा रहे है। ------------
जिले की तय होनी थी रैं¨कग
समस्या का फोटो इस एप पर अपलोड किया जाता है। एप से निगम को भी जोड़ा गया है। जो शिकायत दर्ज होती है उसकी लोकेशन देखकर निगम के अधिकारी उसका जल्द से जल्द निराकरण कराते है। केंद्र सरकार ने स्वच्छता एप के जरिये ही जिले की स्वच्छता में रैं¨कग तय करने की व्यवस्था कर रखी है। जहां सबसे अधिक अच्छे कार्यों को एप पर अपलोड किया जाएगा वहां टीम भेजकर धरातल पर उसका मूल्यांकन करती है। जिसके आधार पर ही उस जिले का स्वच्छता के बारे में नंबर तय होता है। -------------
लगभग एक माह से स्वच्छता का पोर्टल काम नहीं कर रहा है। जो शिकायतें पहले दर्ज हुई थी उनका शतप्रतिशत निराकरण करा दिया गया था। हालांकि जनता से सीधे भी उनकी दिक्कतों के बारे में जानकारी लेकर उनका निस्तारण कराया जा रहा है।
सैफ सिद्दीकी, डीपीएम