वर्दी में भगवान : हाथों में डंडा-रायफल नहीं, खाने की थाली
लॉकडाउन होने के बाद भूखे प्यासे लोगों को पुलिसकर्मी बेसहारा लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था करा रहे है।
जेएनएन, शाहजहांपुर : कानून के पालन के लिए पुलिस के हाथों में डंडा व रायफल लिए तो हर किसी ने देखा, लेकिन इन दिनों पुलिस वाले हाथ में दूसरों के लिए खाने की थाली थामे अनुकरणीय मिसाल पेश कर रहे है। शहर कोरोना वायरस से बचाव में देश के लॉकडाउन होने के बाद भूखे प्यासे लोगों को पुलिसकर्मी घर-घर जाकर बेसहारा लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था करा रहे है। तिलहर थाना क्षेत्र के नगरिया मोड़ पुलिस चौकी पर तो पुलिसकर्मी खुद ही खाना बनाकर खिला रहे हैं।
लॉकडाउन के बाद से रेल व बस संचालन बंद कर दिया गया है। ऐसे में दिल्ली समेत बड़े शहरों में रह रहे लोगों को घर तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है। वाहन की व्यवस्था न होने पर लोग पैदल ही चल पड़े है। रास्ते में कहीं भोजन की व्यवस्था न होने की वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग पर तिलहर थाना क्षेत्र की नगरिया मोड़ पुलिस चौकी प्रभारी पवन पांडेय ने कांस्टेबल धर्मेंद्र, अतेंद्र चौहान, विपुल मलिक व संजू के साथ मिलकर स्वयं ही चौकी में खाना बनाना शुरू कर दिया। चौकी के बाहर राहगीरों को यह खाना बडे़ प्रेम के साथ खिलाया जा रहा है। यहीं नहीं, खाना खाने के बाद लोग जो पत्तल सड़क पर छोड़कर चले जाते है उन्हें भी पुलिसकर्मी स्वयं ही हटाकर डस्टबिन में डालते है। खाकीवालों को इस रूप में देख हर कोई उनकी सराहना कर रहा है। यहीं नहीं पुलिसकर्मी लोगों को कोरोना से बचाव के बारे में भी जागरूक कर रहे है।
रोजा के प्रभारी निरीक्षक अशोक पाल सिंह ने भी बाहर से आने वालों के लिए भोजन की व्यवस्था कराना शुरू कर दिया। महिला कांस्टेबल भी संकट की इस घड़ी में बराबर लोगों की मदद को हाथ बढ़ा रही है। इसी तरह पुवायां प्रभारी निरीक्षक जसवीर सिंह और निगोही के थाना प्रभारी इंद्रजीत सिंह भदौरिया बुधवार देर रात टीम के साथ क्षेत्र में भोजन के पैकेट लेकर निकले।