छापेमारी तक सीमित अधिकारी, प्लास्टिक रोकने को नहीं निभा रहे जिम्मेदारी
जेएनएन, शाहजहांपुर :
सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग पर पूरी तरह प्रतिबंध लगने के बाद भी जिले में पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया जा रहा। प्लास्टिक का प्रयोग शहर से लेकर गांव तक बिना किसी रोक-टोक के हो रहा है। जिम्मेदार कार्रवाई के नाम पर सिर्फ कभी-कभार छापेमारी तक ही सीमित रह गए है। जबकि जागरूकता के नाम पर जिला प्रशासन व नगर निगम के अधिकारी मुख्यमंत्री के आदेशों को पूरी तरह से हवा में उड़ाकर शांत बैठ गए।
सरकार ने एक जुलाई को सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगा दिया था। जिला प्रशासन से लेकर सभी निकायों के अधिकारियों को सख्ती से इसका पालन कराने के निर्देश दिए थे। लेकिन गुरुवार को जब दैनिक जागरण की टीम ने बाजार में पड़ताल की तो सब्जी विक्रेता से लेकर किराना व्यापारी तक बिना किसी डर के सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग करते नजर आए। महानगर के हाथीथान मुहल्ला निवासी मोहित सिंह दोपहर करीब साढ़े 12 बजे बहादुरगंज में केला खरीद रहे थे। फल विक्रेता ने केला पालीथिन में रखकर उन्हें दे दिए। पूछने पर मोहित ने बताया कि अभी बाजार में पालीथिन आसानी से उपलब्ध है, इसलिए थैला लेकर नहीं आते है। इसी तरह मंडी में बरेली मोड़ निवासी संदेश सिंह सब्जी खरीद रहे थे। कपड़े का थैला पास में होने के बाद भी सब्जी विक्रेत से टमाटर व धनिया पालीथिन में ही डालकर देने के लिए कहा। इस तरह की तस्वीरें महानगर में ही नहीं बल्कि तहसील व ग्रामीण क्षेत्रों में भी देखने को मिल रही है।
फोटो खिचवाने तक एकत्र हुई पालीथिन
सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगने के बाद नगर निगम के अधिकारियों ने दो दिन पालीथिन एकत्र करने के लिए अभियान चलाया, लेकिन यह पालीथिन सिर्फ फोटो खिचवाने तक ही एकत्र हो सकी। इसके बाद लोगों को जागरूक करने या फिर सख्ती करने की फुर्सत अधिकारियों को नहीं मिली।
यह हुई कार्रवाई
महानगर में 20 जुलाई को 1375 किलो पालीथिन एक पिकअप में ले जाते नगर निगम की टीम ने पकड़ी थी। इसके अलावा एक-दो मौकों पर और इस तरह की कार्रवाई की गई। लेकिन इस पालीथिन का भंडारण कहां हो रहा है वहां तक जाना उचित नहीं समझा गया। जबकि अन्य निकायों में तो टीमों ने निकलना ही उचित नहीं समझा।
पालीथिन पर प्रतिबंध लगना अच्छी बात, लेकिन इसकी फैक्ट्रियों से सप्लाई भी बंद कराना चाहिए। जब बाजार में उपलब्ध ही नहीं होगी तो इसका प्रयोग भला कौन करेगा।
अंकुर सिंह
पालीथिन की बिक्री करने वालों पर जब सख्ती होना शुरू हो जाएगी तो ग्राहक भी अपना इंतजाम करके ही बाजार में जाना शुरू कर देगा।
अनुज शुक्ला
जागरूकता अभियान सिर्फ खानापूर्ति तक सीमित रह जाता। प्रशासन को चाहिए कि बाजार में जाकर व्यापारियों के अलावा ग्राहकों को भी इससे होने वाले नुकसान के बारे में बताए।
रितेश कटियार
सिर्फ छोटे व्यापारियों पर पालीथिन जब्त करने के नाम पर कार्रवाई करना गलत है। वास्तव में यदि पालीथिन की बिक्री रोकनी है तो लोगों को जागरूक भी करना होगा।
रिषभ मिश्रा