विपणन केंद्र से प्रभारी गायब, एफसीआइ से फिजिकल डिस्टेंसिग
गेहूं खरीद अभी पूरी तरह पटरी पर नहीं आई है। गुरुवार को रोजा मंडी पुवायां कलान में आधा दर्जन क्रय केंद्रों पर जो दृश्य दिखे वह विचारणीय है।
जेएनएन, शाहजहांपुर : गेहूं खरीद अभी पूरी तरह पटरी पर नहीं आई है। गुरुवार को रोजा मंडी, पुवायां, कलान में आधा दर्जन क्रय केंद्रों पर जो दृश्य दिखे वह विचारणीय है। रोजा में विपणन शाखा के गेहूं क्रय केंद्र पर प्रभारी गायब थे, उन्हें किसान खोज रहे थे। जबकि एफसीआइ के क्रय केंद्र से फिजिकल डिस्टेसिग गायब थी। पुवायां में किसान टोकन के लिए परेशान दिखे।
संस रोजा : दोपहर साढ़े 12 बजे रोजा मंडी के एफसीआइ केंद्र पर भीड़ है। किसान लखवीर कौर के गेंहू की तौल हो रही है। फिजिकल डिस्टेसिग गायब है। यही हाल दोपहर 12.35 बजे आरएफसी प्रथम के क्रय केंद्र का था। ट्रक में गेंहू की लोडिग में नियम भुला दिए गए। अपराह्न 12:40 बजे आरएफसी द्वितीय केंद्र के प्रभारी गायब थे। किसान उन्हें खोज रहे थे। लेकिन गेहूं बिक्री की लिए जानकारी के लिए प्रभारी को खोज रहे थे। आरएफसी तृतीय के प्रभारी मोबाइल पर व्यस्त है। पास में किसानों की भीड़ लगी है। लेकिन बैठने की कोई व्यवस्था है। मीडिया को देख प्रभारी को फिजिकल डिस्टेसिग की याद आई और उन्होंने किसानों के साथ पल्लेदारों को फासले से खड़ा कराया।
यहां तो टोकन की जंग
पुवायां : फिजिकल डिस्टेसिग के लिए ऑनलाइन टोकन की व्यवस्था की गई है। लेकिन पुवायां मंडी में किसानों को भटकना पड़ रहा है। सेंटर इंचार्ज प्रमाणित खतौनी के बहाने किसानों को टोकेन के लिए टरका रहे हैं। यहां अव्यवस्था के चलते किसानों को मजबूरन मंडी में खुले 1825 रुपए का भाव में गेहूं बेचना पड़ रहा है। ताज्जुब तो यह रहा कि दोपहर 1:58 पर पीसीएफ सेंटर पर गेहूं नहीं था। क्रय केंद्र प्रभारी ने टोकन सिस्टम से खरीद की बात कही। बताया कि 205 कुंटल खरीद हो चुकी है।
कलान : सुबह 12:30 बजे कलान केंद्र पर मात्र 90 कुंटल गेहूं खरीदा गया। भर्रामई चांदपुर क्रय केंद्र पर 865 क्विंटल गेहूं की खरीद हो चुकी है। क्रय केंद्रों से फिजिकल डिस्टेंस गायब है। बूंदाबांदी की वजह से आज किसान कम है।
किसान खुद ही टोकन जनरेट कर सकते हैं। जिन केंद्रों पर खरीद नही हो रही है, उन्हें चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी। किसान परेशान न हो, क्रय केंद्र पर ही गेहूं बेंचे।
गिरिजेश चौधरी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व