सियासी पारा बढ़ा गई बसपा सुप्रीमो मायावती
बसपा सुप्रीमो मायावती का सियासी तिलिस्म देखने वाला था।
नरेंद्र यादव, शाहजहांपुर : यकीनन बसपा सुप्रीमो मायावती का सियासी तिलिस्म देखने वाला था। उमड़ी भीड़ का जोश। भतीजे आकाश आनंद का मंच पर मौन सियासी अवतरण। बदलाव की बयार का साफ संकेत दे रही था।
गुरुवार को 39.5 डिग्री सेल्सियस की उर्ध्वगामी चिलचिलाती धूप में के बावजूद भीड़ उम्मीद के मुताबिक थी। 1.07 बजे मायावती के आते ही पंडाल भर गया। पांच मिनट बाद नारों की गूंज के बाद मायावती का मंच पर आगमन हुआ। 1.19 बजे उन्होंने माइक संभाला। 22 मिनट के भीतर उन्होंने दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक वर्ग को रिझाया। 1.59 मिनट पर मायावती का हेलीकॉप्टर कन्नौज के लिए उड़ गया। 52 मिनट शाकी उपस्थिति से ही उन्होंने जिले का सियासी पारा बढ़ा दिया।
मंच पर लोहिया और मुलायम का अवतरण
मायावती की जनसभा आज कई मायनों में अलग थी। मंच के दायीं ओर महात्मा ज्योतिबा फुले, छत्रपति शाहू जी, नरायण गुरुजी, बीआर अंबेडकर, कांशीराम के साथ समाजवाद के जनक डा. राम मनोहर लोहिया की तस्वीर शोभायमान थी। बायीं ओर मायावती के कट आउट के साथ सपा संरक्षक मुलायम सिंह और राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का बराबर में कट आउट शोभा बढ़ा रहा था। मंच पर अगली पंक्ति में राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा तथा मायावती के भतीजे आकाश आनंद समेत पूर्व मंत्री राममूर्ति सिंह वर्मा, पूर्व विधायक राजेश यादव के साथ बसपा के पश्चिमी उप्र प्रभारी शमसुद्दीन राइन, एमएलसी सुरेश कश्यप, पूर्व सांसद अनीस अहमद फूल बाबू, पूर्व सांसद वीर सिंह मंचासीन थे। पीछे की कतार में विधायक शरदवीर सिंह, एमएलसी अमित यादव रिकू, संजय मिश्रा, सपा जिलाध्यक्ष तनवीर खां, बसपा जिलाध्यक्ष खेमकरन गौतम, मंडल कोआर्डिनेटर रामकुमार, राम लड़ैते कनौजिया, उपेंद्र पाल सिंह, राजेश कश्यप, बहादुर लाल आजाद, सत्यपाल मौर्य, महेंद्र चंद्र तथा सूरज सिंह, असलम खां आदि मंचासीन थे। सपाइयों ने भेंट किया हाथी चुनाव चिन्ह
संचालक संघ प्रिय गौतम के आह्वान पर सपा नेता राममूर्ति सिंह वर्मा, पूर्व विधायक राजेश यादव, सपा जिलाध्यक्ष तनवीर खां तथा गठबंधन प्रत्याशी अमर चंद्र जौहर ने बसपा सुप्रीमो मायावती को हाथी चुनाव चिन्ह भेंट किया। बसपाइयों ने ताली बजाकर व नारे लगाकर स्वागत किया।
योगी की जनसभा से जवाब की तैयारी
जनसभा के दौरान लोग भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की कांट, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की कटरा तथा उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की जलालाबाद में हुई जनसभा से भी तुलना करते नजर आए। छोटे मैदानों पर अपेक्षाकृत कम भीड़ का आधार मानकर गठबंधन के लोग फूले नहीं समा रहे थे। लेकिन वह यह भूल रहे थे कि वे सभाएं कस्बाई क्षेत्र की थी। बहरहाल मायावती की जनसभा की भीड़ से भाजपाइयों में करंट दौड़ गया हैं। रणनीतिकारों ने 27 अप्रैल को निगोही में होने वाली जनसभा पर ध्यान केंद्रित कर दिया है। कांग्रेस ने मांगा प्रियंका का रोड शो
मायावती की जनसभा में उमडी भीड़ से कांग्रेस में भी बेचैनी बढ़ गई है। प्रत्याशी ब्रह्मस्वरूप सागर ने प्रियंका गांधी वाड्रा के रोड शो की डिमांड की है। धौरहरा आ रही प्रियंका के यहां पहुंचने पर रणनीतिकार जोर आजमाइश में लग गए हैं।