कार्यालय छोड़ मंडी में लगा जनता दरबार
डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने सभी एसडीएम को मंडी समितियों में सुबह नौ से दोपहर 12 बजे तक मौजूद रहने व जनसुनवाई करने के निर्देश दिए हैं।
जेएनएन, शाहजहांपुर। मंडी समितियों में सोमवार को जनसुनवाई हुई। कार्यालय छोड़ सभी एसडीएम अपने क्षेत्र की मंडियों में पहुंचे। जहां किसानों की समस्याएं सुनीं। निस्तारण कराने का भी प्रयास किया। धान खरीद में हो रही मनमानी को रोकने के लिए प्रशासन की कोशिशें प्रभावी नहीं हो पा रही हैं। जिस कारण डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने सभी एसडीएम को मंडी समितियों में सुबह नौ से दोपहर 12 बजे तक मौजूद रहने व जनसुनवाई करने के निर्देश दिए हैं। एसडीएम सदर सुरेंद्र सिंह के पास नौ किसान धान की बिक्री न होने व जमीन संबंधी विवाद लेकर पहुंचे। एडीएम वित्त गिरिजेश चौधरी ने भी केंद्रों का निरीक्षण किया। तिलहर : एसडीएम वेद सिंह चौहान दोपहर साढ़े 12 बजे तक वहां मौजूद भी रहे, लेकिन किसानों का धान सात सौ रुपये तक में बिका। ग्राम रतनपुर के राजीव कुमार ने बताया कि वह चार दिन से इंतजार कर रहा है, लेकिन केंद्र पर धान नहीं खरीदा जा रहा। मंडी में अब तक 59 हजार 227 क्विटल सरकारी आंकड़ों में आवक हुई है, जबकि सरकारी खरीद 4535 क्विटल ही हो सकी है। यह स्थिति तब जबकि खाद्य आयुक्त मनीष चौहान स्वयं निरीक्षण के दौरान कम खरीद को लेकर नाराजगी जता चुके हैं। किसानों की मानें तो गेट पर एंट्री नहीं होती है। रात में सीसीटीवी कैमरे भी बंद रहते हैं।
छह सौ क्विटल खरीद का लक्ष्य
पुवायां : एसडीएम दशरथ कुमार ने मंडी में क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया। प्रभारियों को प्रतिदिन छह-छह सौ क्विटल खरीद के निर्देश दिए। डिप्टी आरएमओ कमलेश पांडेय, नायाब तहसीलदार भानू प्रताप सिंह के साथ बैठक भी की। इस दौरान मंडी सचिव शैलेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।