भरपेट खाया खाना, रात भर सोया गजराम
पत्नी की हत्या करने के बाद पुलिस हिरासत में गजराम को एक बार भी अपने किये पर कोई अफसोस नहीं है।
शाहजहांपुर : पत्नी की हत्या करने के बाद पुलिस हिरासत में गजराम को एक बार भी अपने किये का पछतावा नहीं हुआ। उसने रात में भरपेट खाना खाया। चाय भी पी और रात भर सोया।
क्षेत्र की मठिया कालोनी में शराब के लिए रुपये नहीं देने पर 70 वर्षीय गजराम ने बुधवार की सुबह 65 वर्षीय पत्नी रामबेटी की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने उसको मौके से गिरफ्तार भी कर लिया था। तब भी उसे पत्नी को मारने का कोई अफसोस नहीं मारने का अफसोस नहीं था। रात में पुलिस कर्मियों करीब साढ़े आठ बजे उसे खाना खिलाया। उसने भरपेट खाना खाया और कंबल ओढ़कर सो गया। रात में उसकी आंख खुल गई तो पुलिस कर्मियों ने चाय पिलाई। चाय पीने के बाद कुछ देर बैठा रहा। इसके बाद फिर आराम से सो गया। सुबह उठने बाद आराम से मुंह हाथ धोया बाद में उसे कोर्ट ले जाया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया।
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उसके लिये घर छोड़ा, मेरी मदद नहीं की
गजराम ने जेल जाने से पहले बताया कि उसकी पहली पत्नी की करीब 30 साल पहले मौत हो गई थी। इसके बाद वह परिजनों के पास अपने बेटे संतोष और जंडैल को छोड़कर रोजा चला आया था। इसके बाद उसने रामबेटी से शादी कर ली थी। रामबेटी के चक्कर में उसने बेटे से संबंध रखना बंद कर दिया था। वह जो भी कमाता था वह रामबेटी को दे देता था। जब वह बीमार हुआ तो उसे इलाज के लिए रुपये की जरूरत थी। जब पत्नी ने रुपये नहीं दिए तो उसे मौत के घाट उतार दिया। ऐसी पत्नी को ¨जदा रखने से क्या फायदा था जो परेशानी के समय काम न आए।
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देर शाम भाई ले गया शव
लखीमपुर खीरी के थाना पसगवां क्षेत्र के गांव इब्राहिमपुर में रामबेटी का मायका था। पुलिस ने उसके भाइयों को सूचना दे दी थी। शाम को भाई होरीलाल परिजनों के साथ पहले थाने पहुंचा। वहां से पुलिस ने कागजी कार्रवाई करने के बाद शव उनको सौंप दिया। वे लोग शव को घर ले गए।
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वर्जन-
मृतका के भाई को शव सौंप दिया गया। आरोपित को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।
- डीसी शर्मा, इंस्पेक्टर