बुखार से बालिका की मौत, चंदा करके दफनाया शव
दिमागी बुखार से बालिका की मौत हो गई। लोगों ने चंदा करके उसको दफन कराया।
संवाद सूत्र, निगोही : दिमागी बुखार से बालिका की मौत हो गई। मां के पास इतने रुपये भी नहीं थे कि वह बच्ची शव के लिए कफन का इंतजाम कर पाती। मुहल्ले वालों की मदद से चंदा एकत्र किया, तब शव दफन किया जा सका।
क्षेत्र के गांव पचदेवरा में स्व. सुरेश की 12 वर्षीय बेटी काजल को सोमवार दोपहर तेज बुखार आया था। उसकी मां अनीता उसे लेकर सीएचसी गई। जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। एंबुलेंस से जिला अस्पताल जाते समय रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। बेटी के शव को अनीता घर वापस ले आई। मुहल्ले वालों की मदद से उसका शव दफन किया गया। काजल गांव के सरकारी स्कूल में कक्षा छह की छात्रा थी। तीन वर्ष पूर्व उसके पिता सुरेश की भी बुखार की वजह से दिल्ली में मौत हो गई थी।
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एक बेटे को है कैंसर
अनीता के 14 वर्षीय बेटा विपिन, आठ वर्षीय बेटा करनजीत और छह वर्षीय बेटा अनमोल है। बड़ा बेटा विपिन अपनी ननिहाल में रहता है। करनजीत कैंसर से पीड़ित है। वह अपने पैरों पर खड़ा भी नहीं हो पाता है। बेटे का इलाज कराने के लिए अनीता के पास फूटी कौड़ी नहीं है। वह लोगों के घरों में काम करके बच्चों का पालन पोषण कर रही है।
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वर्जन:
इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। लेखपाल को भेजकर परिवार की रिपोर्ट तैयार करके आíथक मदद कराई जाएगी। इसके साथ ही जो संभव मदद है, वह की जाएगी।
- मोइनुल इस्लाम, एसडीएम तिलहर