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85 घंटे में 70 किलोमीटर नहीं पहुंच सकी विवेचना

नौ नवंबर रात, समय करीब ढाई बजे। सिगरेट पीने से मना करने पर जलियांवाला बाग में महिला की मौत की जांच में लापरवाही की जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Nov 2018 05:54 PM (IST)Updated: Wed, 14 Nov 2018 05:54 PM (IST)
85 घंटे में 70 किलोमीटर नहीं पहुंच सकी विवेचना
85 घंटे में 70 किलोमीटर नहीं पहुंच सकी विवेचना

शाहजहांपुर : नौ नवंबर रात, समय करीब ढाई बजे। सिगरेट पीने से मना करने पर जलियांवाला बाग में महिला यात्री चिंता देवी की हत्या हो जाती है। कोच में न जीआरपी न आरपीएफ मौजूद होती है। हमेशा मौजूद रहने वाला टीटीई स्टॉफ भी नदारद होता है। इतनी बड़ी घटना होने पर मामला तूल पकड़ता है तो जीआरपी रिपोर्ट दर्ज कर लेती है। घटनास्थल बरेली जीआरपी का होने की वजह से विवेचना को वहीं भेजा जाना था, लेकिन घटना के करीब 85 घंटे बीत चुके हैं। अब तक विवेचना शाहजहांपुर से महज 70 किलोमीटर दूर बरेली नहीं पहुंच पाती है। ट्रेनों की लेटलतीफी की तरह जीआरपी की कार्यशैली भी लापरवाही हो गई है। ऐसे में यात्रियों की सुरक्षा एक सोचनीय विषय बन गया है।

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जीआरपी शाहजहांपुर का कहना है कि चिंता देवी की हत्या की रिपोर्ट गैरइरादन हत्या तथा जान से मारने की धमकी देने के मामले दर्ज की जा चकी है। हत्यारोपित सोनू का चालान कर दिया था। थाना प्रभारी अर¨वद कुमार पांडेय ने कहा कि सारी प्रक्रिया की पूरी करने के बाद विवेचना जीआरपी एसपी को भेज दी गयी थी। उन्होंने बताया कि घटनास्थल बरेली का है। इसलिए जीआरपी विवेचना बरेली को स्थानांतरित कर दी गयी है। बरेली थाना प्रभारी कृष्ण अवतार ने बताया कि विवेचना स्थानांतरण होकर उनके पास नहीं आई है। विवेचना आने पर पड़ताल की जाएगी। लखनऊ जीआरपी सीओ केके शुक्ला ने बताया कि विवेचना अंडर प्रासेज है। जिसकी पड़ताल चल रही है। यदि मृतका के परिवार वाले उनसे मिलते है और अपनी बात रखते है। उनकी बात को ध्यान दिया जाएगा। डीजीपी तथा एसपी से 26 को मिलेंगे

शाहजहांपुर : ¨चता देवी के बेटे रंजीत कुमार ने फोन पर बताया कि उसकी मां की तेरहवीं 24 नवंबर तक है। वह अपने परिवार के साथ लखनऊ में जाकर 26 को रेलवे डीजीपी तथा एसपी से मिलेगा। उसका आरोप है कि ट्रेन में सोनू के साथ तीन लोग थे। चेन पु¨लग होने पर दो लोग कोच से गायब हो गए थी। एक आरोपित सोनू को पकड़ लिया था। उसकी मां के गर्दन पर पैर रखा और दस मिनट तक उसका गला दबाए रहा था। उसने बताया कि मामले की सही निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।


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