टीडीएस मंत्र से दूर होगा परीक्षा का फोबिया
माध्यमिक शिक्षा परिषद ने पढ़ाई को सरल रूचिकर व ग्राह्य बनाने के लिए मंत्र भी खोज निकाला है। नाम दिया..टीडीएस अर्थात टाइम डाईट व स्ट्रेस मैनेजमेंट..। शिक्षा विशेषज्ञों ने टीडीएस के माध्यम से विद्यार्थियों की दिनचर्या आचरण व्यवहार को बेहतर बनाकर 2021 की परीक्षा में उत्कृष्ट परिणाम की उम्मीद जताई है। माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से जारी टीडीएम मंत्र के पत्र को जिला विद्यालय निरीक्षक शौकीन सिंह यादव ने स्कूलों के प्रधानाचार्यों को भेज दिया है।
जेएनएन, शाहजहांपुर : माध्यमिक शिक्षा परिषद ने पढ़ाई को सरल, रूचिकर व ग्राह्य बनाने के लिए मंत्र भी खोज निकाला है। नाम दिया..टीडीएस, अर्थात टाइम, डाईट व स्ट्रेस मैनेजमेंट..। शिक्षा विशेषज्ञों ने टीडीएस के माध्यम से विद्यार्थियों की दिनचर्या, आचरण, व्यवहार को बेहतर बनाकर 2021 की परीक्षा में उत्कृष्ट परिणाम की उम्मीद जताई है। माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से जारी टीडीएम मंत्र के पत्र को जिला विद्यालय निरीक्षक शौकीन सिंह यादव ने स्कूलों के प्रधानाचार्यों को भेज दिया है।
इसलिए टीडीएस की पड़ी जरूरत
कोविड संक्रमण से बचाव के लिए गत माह तक कक्षा दस से उच्चत्तर कक्षाएं बंद रही। बेसिक स्कूलों में अभी तक कक्षा संचालन स्थगित है। 2021 की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा के फार्म भरे जा चुके हैं। कोविड-19 वैश्विक महामारी से अभी पूरी तरह निजात नहीं मिली है। हालांकि माध्यमिक शिक्षा परिषद ने 30 फीसद पाठयक्रम कम कर दिया है। फिर भी परीक्षार्थी समग्र रूप से पठन-पाठन की प्रक्रिया से पूरी तरह नहीं जुड़ पाए हैं। आनलाइन पठन-पाठन जारी है। बोर्ड परीक्षा की मानसिकता में लाने के लिए स्कूल खोले जा चुके हैं, लेकिन उपस्थिति कम है। इसलिए टीडीएस को प्रभावी पर जोर दिया गया है।
टी- टाइम मैनेजमेंट या समय प्रबंधन
- सबसे पहले अपना टाईम-टेबिल तैयार करें।
- रोज की पढाई का अलग से चार्ट बनाएं।
- रोजाना कम से कम आठ घंटे सिर्फ पढाई को दें।
- पाठयक्रम के अनुसार कठिन और आसान टॉपिक की सारिणी बनाएं।
- लगातार पढ़ने की जगह छोटे-छोटे सेशन में पढाई करे।
- पढ़ाई के बीच में खुद को रिलेक्स करने का समय दें।
- कुछ समय ग्रुप डिस्कसन के लिये जरूर दें।
- बीते वर्ष के सॉल्व पेपर को एक निश्चित समय दें।
- असान पेपरों के दौरान गैप होने पर कठिन विषय पढ़ें।
- इंटरनेट मीडिया से पूरी तरह दूरी बना लें ।
डी- डाईट मैनेजमेंट प्लान अर्थात भोजन प्रबंधन
- बेहत पढ़ाई के लिए स्वस्थ रहना बेहद जरूरी है । इसके लिए कोरोना से बचाव को हल्दी-दूध, काढ़ा तथा गुंनगुने पानी का प्रयोग करें।
- बाहरी खाने को बिल्कुल भूल जाएं।
- सुबह नाश्ते में दलिया, इडली आदि हल्का व सुपाच्य भोजन लें।
- ताजे फल, सूखे मेवे, शहद, सूप और सलाद भी अच्छे विकल्प है।
- चाय-काफी की जगह फलों के रस, छाछ, ग्रीन टी पिएं।
- प्रोटीन का ध्यान रखते हुये दूध, पनीर आदि लें।
- पढाई के दौरान भी बीच-बीच में मेवे, चने आदि लेते रहें।
- पढाई के बीच में ग्रीन या ब्लैक टी का प्रयोग कर सकते हैं।
- रात का खाना बेहद हल्का लें, इससे अध्ययन में सुस्ती नहीं आएगी।
- . रात को खाने के बाद जरूर टहलें, इससे अपज की समस्या नहीं होगी।
एस- स्ट्रेस मैनेजमेंट प्लान, तनाव मुक्ति के उपाय
- कोरोना के डर को मन से निकाल, सकारात्मक होकर तैयारी करें।
- खुद को विचलित होने से बचाने को योग अवश्य करें।
- सुबह-शाम कुछ देर पेड-पौधों और प्रकृति को दें।
- पढाई के दौरान बीच-बीच में आंखों को मूंदकर खुद को आराम दें।
- पांच से छह घंटे की नींद जरूर लें। सोते समय ऊंची तकिया का प्रयोग न करें।
- तनाव ज्यादा होने पर बड़ों से बात करें। फिर भी तनाव कम न हो तो पंसदीदा काम करें।
- किसी और से खुद की न तो तुलना न करें और न ही असफलता के बारे में विचार न करें।
- सिर्फ अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करें, सकारात्मक भाव रखें, अच्छा सोंचे। जिले के हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट के पंजीकृत छात्र- छात्राओं को व उनके स्कूलों को वाट्सएप के माध्यम से टीडीएस प्लान साझा कर रहे हैं। ऑनलाइन सेशन के से भी परिषदीय परीक्षा की तैयारी के संबंध में सुझाव दिये जाएंगे। टाइम, डाईट एवं स्ट्रेस मैनेजमेंट प्लान परीक्षा तैयारी में काफी कारगर साबित होगा।
शौकीन सिंह यादव, डीआइओएस