अतिक्रमण पर डीएम गरम, मातहत नरम
डीएम की फटकार के बाद नगर निगम के अफसर दो दिन की सुस्ती के बाद अतिक्रमण हटाया।
शाहजहांपुर : डीएम की फटकार के बाद नगर निगम के अफसर दो दिन की सुस्ती के बाद अतिक्रमण हटाने तो पहुंच गए। लेकिन सत्ता पक्ष से जुड़े अतिक्रमणकारियों तक पहुंचते-पहुंचते अफसरों के तेवर नरम पड़ गए। जिस वजह से नाम मात्र को जेसीबी चलवाकर अधिकारी वापस चले गए।
29 अक्टूबर को नगर निगम प्रशासन ने सड़क चौड़ीकरण को लेकर लकड़ी मंडी में अतिक्रमण हटवाने के लिए अभियान शुरू किया था। पहले दिन दो दुकानें खाली कराने में ही प्रशासन को पांच घंटे तक पसीना बहाना पड़ा था। इसके बाद अधिकारी दो दिन वहां नजर नहीं आए। जिसके बाद दैनिक जागरण ने 31 अक्टूबर के अंक में बहाना बनाकर गायब रहे नगर निगम के अफसर शीर्षक के साथ खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। 1 नवंबर के अंक में अतिक्रमण हटाने के नाम पर रस्मदायगी शीर्षक के साथ निगम की कलई खोली थी। जिसका संज्ञान लेते हुए डीएम ने अधिकारियों के साथ ही यातायात माह में पहुंचे व्यापारियों से भी कड़ी नाराजगी जताई थी। इसके बाद नगर आयुक्त विद्याशंकर ¨सह, एएसपी सिटी दिनेश त्रिपाठी, नगर मजिस्ट्रेट अतुल कुमार, अपर नगर आयुक्त देवेंद्र प्रताप ¨सह सदर बाजार व कोतवाली पुलिस के साथ लगभग 12 बजे लकड़ी मंडी पहुंच गए। एक कारोबारी के गोदाम का कुछ हिस्सा जेसीबी से गिरवा दिया। इसके बाद लगा कि प्रशासन अतिक्रमणकारियों को आज बख्शने के मूड़ में नहीं है। --------------
आखिर कितनी मिलेगी मोहलत
नगर निगम प्रशासन 29 अक्टूबर से अतिक्रमणकारियों को सिर्फ मोहलत ही देता आ रहा है। जबकि अतिक्रमण हटवाने के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति ही हुई है। गुरुवार को भी लगभग एक घंटे अतिक्रमण हटवाने के बाद अधिकारी वापस चले गए। ---------------
शुरू कराई सफाई
दो दिन पहले जो दुकानें प्रशासन ने खाली कराई थी। वहां पड़ी ईंट-पत्थर को हटवाने के साथ ही साफ-सफाई कराई। यहां से सड़क का चौड़ीकरण का कार्य शुरू कराया जाये।