आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाने में जिला पीछे
आयुष्मान योजना में गोल्डन कार्ड बनाने में प्रदेश में जिले की स्थिति 31 वें स्थान पर पहुंच गई।
- प्रदेश में गोल्डन कार्ड बनाने के मामले में 31 वें स्थान पर जिले की स्थिति
-ग्यारह लाख है परिवार के सदस्यों की संख्या, गोल्डन कार्ड सिर्फ 82 हजार के बनाए गए
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर: आयुष्मान योजना में गोल्डन कार्ड बनाने में प्रदेश में जिले की स्थिति 31 वें स्थान पर पहुंच गई। योजना को शुरू हुए एक साल से अधिक समय हो चुका है। इसके बाद भी लाभाíथयों की संख्या में धीमी गति से इजाफा हो रहा है। शासन की तरफ से आदेश आने के बाद जगह-जगह कैंप लगाए जा रहे हैं। फिर भी स्थिति में सुधार नहीं हो नहीं हो रहा है।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत शुरू की गई आयुष्मान योजना में 2011 में हुई जनगणना के आधार पर लाभाíथयों को चिह्नित किया गया। गांव से लेकर शहर तक स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सर्वे किया। योजना के तहत चिह्नित परिवार के हर सदस्य के गोल्डन कार्ड बनने थे। कार्ड के माध्यम से पांच लाख तक का इलाज चिह्नित अस्पतालों में मिलेगा।
जिले में आयुष्मान योजना की स्थिति
परिवार के सदस्यों की संख्या - 1101500
कुल परिवार ग्रामीण क्षेत्रों में - 218359
शहरी परिवारों की संख्या - 4419
कुल गोल्डन कार्ड बने- 82343
एलॉट हुए पैकेज: 2854
------------- - आयुष्मान योजना की में लिस्ट में मेरा नाम है, लेकिन गोल्डन कार्ड नहीं बना है। जिला अस्पताल के चक्कर लगा चुके है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
कटोरी देवी मेरे पड़ोसियों के आयुष्मान कार्ड बन गए है, लिस्ट मेरा भी नाम है, लेकिन गोल्डन कार्ड नहीं बना है। परिवार किसी के बीमार होने पर अपने खर्चे पर इलाज कराना पड़ता है।
बाबू इदरीशी
वर्जन: कैंप लगाकर जिला अस्पताल, सीएचसी व पीएचसी में कार्ड बनाए जा रहे हैं। आशा वर्कर को लाभाíथयों को अस्पताल तक लाने का काम सौंपा गया है।
डॉ. आरपी रावत, सीएमओ