इंतजार में इलाज, लाइन में जांच
मौसम बदलने के साथ ही जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ गई है।
जेएनएन, शाहजहांपुर: मौसम बदलने के साथ ही जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। रोजाना तीन हजार से अधिक खून की जांच अस्पताल पैथोलॉजी में की जाती है। सुबह से लेकर लैब बंद होने तक मरीजों की लाइन लगी रहती है। ऐसे में बुखार पीड़ित मरीजों व बुजुर्गो को भी देर तक लाइन में खड़े रहना पड़ता है।
जिला अस्पताल पैथालॉजी में सभी जांच कंप्यूटर के माध्यम से की जाती है। तीन दिन से ज्यादा बुखार रहने पर डॉक्टर खून की जांच लिख रहे हैं। खून का सैंपल निकालने के लिए तीन काउंटर हैं।
जांच की स्थिति
- रोजाना ढाई से तीन सौ आते हैं मरीज
- तीन हजार के आसपास होती हैं जांच
- एक मरीज की पांच से छह जांच होती है
- 1500 से अधिक मरीज रहते है बुखार के
- एक हजार से अधिक होती है अन्य जांच
लोगों से बातचीत
- सुबह से लाइन में लगे हुए हैं। बुखार तेज है इसके बाद भी इंतजार करना पड़ रहा है। आज खून का सैंपल लिया जाएगा और कल जांच रिपोर्ट दी जाएगी।
गिरिजा शंकर खून की जांच कराना अस्पताल में मुश्किल काम है लंबी लाइन लगती है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ही डॉक्टर इलाज शुरू करते हैं।
आकाश मिश्रा
वर्जन: मरीजों की संख्या अधिक होने की वजह से खून की जांच अधिक होती है। पैथालॉजी विभाग के कर्मचारी देर शाम तक लैब में डटे रहते हैं।
डॉ. एमपी गंगवार, सीएमएस