स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ बच्चों के घर पहुंचे सीएमओ
तीन भाई-बहनों की मौत से स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई। सीएमओ डा. आरपी रावत टीम के साथ बच्चों के घर पहुंचे।
संवाद सूत्र, बंथरा, शाहजहांपुर : तीन भाई-बहनों की मौत से स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई। सीएमओ डा. आरपी रावत टीम के साथ बच्चों के घर पहुंचे। उन्होंने परिवार के सदस्यों से बात की। गांव में स्वास्थ्य कैंप लगवाकर लोगों का परीक्षण कराया। दवाओं के छिड़काव के साथ ही नालियों में ब्लीचिग पाउडर भी डलवाया गया।
ददरौल ब्लाक की ग्राम पंचायत घुसवारी के गांव रोशनपुर निवासी वीरपाल की साढ़े तीन वर्षीय बेटी प्रियंका, पांच वर्षीय बेटे गौरव व सात वर्षीय संध्या की मौत हो गई थी। चार दिन के अंदर तीन बच्चों की मौत की जानकारी मिलने पर शुक्रवार को सीएचसी प्रभारी डा. सचिन कुमार गांव गए थे, लेकिन बच्चों की मौत का कारण नहीं पता चल सका था। उन्होंने वीरपाल के बेटे व बेटी को अस्पताल में भर्ती करा दिया था। तीन बच्चों की मौत से एक के बाद एक रहस्मय तरीके से मौत से स्वास्थ्य महकमे में खलबली मच गई थी। सीएमओ डा. आरपी रावत शनिवार को एसीएमओ डा. शैलेंद्र कुमार व जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डा. एयू सिन्हा के साथ गांव पहुंचे। जहां वीरपाल व उसकी पत्नी से बच्चों के बारे में जानकारी। सीएमओ के मुताबिक वीरपाल ने बताया कि बच्चों ने फूलगोभी की सब्जी व रोटी खाई थी। इसके अलावा दो तरह के जंगली फल भी खाए थे, जिस बारे में उन लोगों को पता नहीं था। डा. रावत के अनुसार बच्चों की मौत का कारण फूड प्वाइजनिग लग रहा है।
सीएमओ ने प्राथमिक विद्यालय में लगे स्वास्थ्य कैंप का निरीक्षण किया। स्वास्थ्य कैंप में 34 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। बुखार से पीड़ित 14 लोगों के खून का सैंपल भी लिया। इसके अलावा 19 बच्चों व पांच गर्भवती महिलाओं का भी चेकअप किया। गांव में ब्लीचिग पाउडर का छिड़काव व एंटीलार्वल दवा का छिड़काव भी कराया। गांव जाकर बच्चों के परिजनों से जानकारी ली है। जंगली फल खाए जाने की जानकारी मिली है। दो बच्चों ने फल नहीं खाए थे, लेकिन वह घबरा गए थे। उन्हें हल्का बुखार भी था इसलिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। परिजन आज ही छुट्टी कराने के लिए कह रहे थे, लेकिन उनके परिवार की स्थिति इस समय सही नहीं है इसलिए एक दो दिन रोककर डिस्चार्ज किया जाएगा।
डा. आरपी रावत, सीएमओ