डीएम की नाक नीचे स्वच्छ भारत मिशन को बनाया मजाक
जिन अधिकारियों पर पूरे शहर को स्व'छता के मामले में जागरूक करने की जिम्मेदारी डीएम अमृत त्रिपाठी ने सौंपी है उनके कर्मचारी खुद ही इसका पालन नहीं करते है।
शाहजहांपुर :चिराग तले अंधेरा शायद इसे ही कहते है। जिन अधिकारियों पर पूरे शहर को स्वच्छता के मामले में जागरूक करने की जिम्मेदारी डीएम अमृत त्रिपाठी ने सौंपी है उनके कर्मचारी खुद ही इसका पालन नहीं करते है। रविवार को डीएम आवास से कुछ दूरी पर ही सड़क किनारे गंदगी फैली थी। कुछ स्थानों पर तो कूड़ेदान भी रखे गए है लेकिन फिर भी कर्मचारियों के आवास से कूड़ा सड़क पर डाल दिया जाता है। यहीं नहीं डीआइओएस कार्यालय के आसपास भी गंदगी फैली रहती है। जो स्वच्छता अभियान का मखौल उड़ा रही है। स्वच्छता सर्वेक्षण का दूसरा चरण शुरू हो गया है। सभी वार्डों में नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए है ताकि लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा सके। इसके अलावा गंदगी फैलाने वालों से जुर्माना भी वसूल किया जाने लगा है, लेकिन इस तरह की लापरवाही अभियान पर पानी फेर रही है। ----------
झिझक दूर करने का भी कर चुके प्रयास
डीएम अमृत त्रिपाठी व एसपी एस चिनप्पा अधिकारियों व कर्मचारियों की स्वच्छता के बाबत झिझक दूर करने का प्रयास कर चुके है। चार जनवरी को डीएम व एसपी अधिकारियों व पुलिस कर्मियों को लेकर रोडवेज परिसर व पुलिस लाइन में सफाई अभियान चला चुके है। उस दिन भी कुछ अधिकारी व कर्मचारी कूड़ा उठाने में संकोच कर रहे थे। जिस पर डीएम व एसपी ने खुद भी सफाई की थी। ------
इन कालोनियों में भी रहती है गंदगी
शिक्षक कालोनी, नलकूप कालोनी, पुलिस लाइन, पीडब्ल्यूडी आदि कालोनियों में भी गंदगी फैली रहती है। यहां लोग सड़कों पर ही गंदगी फैला देते है। उसके बाद सिर्फ सफाई कर्मचारियों पर ही निर्भर रहते है।