सुपरफास्ट की चेनपुलिग ने बढ़ाई मुसीबत
ट्रेनों में चेनपुलिग होने से न सिर्फ रेल संचालन प्रभावित हो रहा है बल्कि यात्रियों की भी जान जोखिम में पड़ रही है।
जेएनएन, शाहजहांपुर : ट्रेनों में आये दिन चेनपुलिग होने से न सिर्फ रेल संचालन प्रभावित हो रहा है बल्कि यात्रियों की भी जान जोखिम में पड़ रही है। एक सप्ताह में ही आधा दर्जन ट्रेनों को चेनपुलिग कर रोका जा चुका है। आए दिन हो रही चेनपुलिग को रोकने के लिए आरपीएफ के लिए भी बढ़ी चुनौती बनती जा रही है। कई मौकों पर यात्री आरपीएफ को चकमा देकर स्टेशन से भाग भी जाते है। चेनपुलिग के बाद सवार हुए थे मंत्री
10 मार्च को डाउन लाइन की गुवाहटी एक्सप्रेस में दो बार चेनपुलिग की गई थी। चेनपुलिग के बाद ही कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना भी ट्रेन में सवार हुए थे। 12 मार्च को डाउनलाइन की दून एक्सप्रेस में किसी ने सुबह पांच बजे चेनपुलिग कर दी थी। जिस वजह से लगभग बीस मिनट ट्रेन शाहजहांपुर स्टेशन पर खड़ी रही थी। अप लाइन की दिल्ली-लखनऊ एसी स्पेशल में 22 मार्च को चेनपुलिग हुई थी। जिससे दस मिनट ट्रेन शाहजहांपुर स्टेशन पर रुकी रही।चेनपुलिग के बाद आरपीएफ भी प्लेटफार्म तीन पर पहुंच गई थी लेकिन चेनपुलिग करने वाला हत्थे नहीं चढ़ा था। यात्रियों ने डाउन लाइन पर 30 मार्च को भी गुरमुखी सुपरफास्ट को मोहम्मदी रेलवे क्रासिग के पास चेन पुलिग कर रोक दिया था। चेनपुलिग करने के बाद यात्री खेतों में भाग गए थे। जिस वजह से कोई भी यात्री आरपीएफ के हत्थे नहीं चढ़ा था। एक अप्रैल को डाउन लाइन से जा रही काठगोदाम सुपर फास्ट एक्सप्रेस शाम साढ़े चार बजे यात्रियों ने शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन पर चेनपुलिग कर रोक दिया था। इस बार आरपीएफ के हत्थे दो यात्री भी चढ़ गए थे। यह सजा का प्रावधान
चेनपुलिग करने पर यदि यात्री पकड़े गए तो छह माह सजा का प्रावधान है। इसके अलावा एक हजार रुपये जुर्माना भी अदा करना पड़ सकता है।
आरपीएफ की टीम लगातार सक्रिय रहती है। हाल ही में चेनपुलिग करने वाले कई यात्रियों को पकड़ा भी गया है।
वीके सिंह, प्रभारी निरीक्षक आरपीएफ