बैकफुट पर आए बीएसए, ड्रेस कोड का आदेश वापस
जेएनएन, शाहजहांपुर : परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों व शिक्षामित्रों के ड्रेस कोड को लेकर आदेश जारी करने के मामले में जिला बेसिक शिक्षाधिकारी सुरेंद्र सिंह तीन दिन में ही बैकफुट पर आ गए। प्राथमिक शिक्षक संघ के विरोध के बाद उन्होंने अपना आदेश वापस लेते हुए सभी को औपचारिक परिधान में ही विद्यालय मे आने के लिए कहा है।
23 जुलाई को बेसिक शिक्षाधिकारी ने सभी खंड शिक्षाधिकारियों को पत्र जारी किया था, जिसमें उन्होंने सभी पुरुष शिक्षकों को विद्यालय में पैंट-शर्ट व महिला शिक्षिकों को साड़ी, सलवार-कुर्ता व लैगिंग पहनने के निर्देश दिए थे। उन्होंने इसे ड्रेस कोड बताते हुए इससे अलग जींस, टीशर्ट या अलग परिधान पहनकर विद्यालय आने पर कार्रवाई की चेतावनी दी थी। जब शिक्षकों ने इस आदेश के संबंध में जानकारी की तो पता चला कि इसे शासन से नहीं बल्कि बेसिक शिक्षाधिकारी ने अपने स्तर से जारी किया है। जिसके बाद प्राथमिक शिक्षक संघ ने सिर्फ एक जिले में इस तरह के नियम का विरोध किया। निदेशालय के स्तर से भी इस संबंध में बात की गई, जिसके बाद बेसिक शिक्षाधिकारी ने अपना आदेश वापस ले लिया।
यह दिया था तर्क
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी ने अपने आदेश में कहा था कि निरीक्षण के दौरान कुछ विद्यालयों में शिक्षक जींस टी शर्ट में मिले थे। कुछ शिक्षिकाएं भी आधुनिक परिधान पहने थीं। इस तरह के परिधानों को मर्यादा के विपरीत मानते हुए ड्रेस कोड का आदेश जारी किया था।
प्राथमिक शिक्षक संघ ने जिला बेसिक शिक्षाधिकारी के आदेश का विरोध किया था। मैंने स्वयं उनसे बात की थी। पूछा था कि सिर्फ एक ही जिले में स्थानीय स्तर पर आदेश क्यों। अगर ड्रेस कोड लागू होना है तो शासन स्तर से होना चाहिए। शिक्षा निदेशक इस संबंध में पत्र जारी करें। जिसके बाद जिला बेसिक शिक्षाधिकारी ने आदेश वापस लेने की बात की थी।
संजय सिंह, प्रांतीय महामंत्री प्राथमिक शिक्षक संघ