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हिम्मत नहीं हारी, फिर से पैरों पर खड़े होने की तैयारी

कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते दूसरे प्रांतों और प्रदेश के शहरों से लौटकर आए प्रवासियों को बैंक लोन दिलाने की तैयारी की जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 28 May 2020 11:34 PM (IST)Updated: Thu, 28 May 2020 11:34 PM (IST)
हिम्मत नहीं हारी, फिर से पैरों पर खड़े होने की तैयारी
हिम्मत नहीं हारी, फिर से पैरों पर खड़े होने की तैयारी

जेएनएन, शाहजहांपुर: कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते दूसरे प्रांतों और प्रदेश के शहरों से लौटकर आए प्रवासियों को बैंक लोन दिलाने की तैयारी की जा रही है। जिससे कामगार श्रमिक अपना काम फिर से शुरू कर सकें। कुछ लोग जिला उद्योग केंद्र में लोन के लिए आवेदन कर रहे है। यहां पांच श्रेणियों में लोन दिया जा रहा है। जिसमें लोगों की स्किल मैपिग की जा रही है। उद्योग केंद्र में आवेदनों की संख्या बढ़ रही है।

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जिला उद्योग केंद्र में लोन के लिए आवेदन आना शुरू हो गए हैं। जिसमें श्रमिकों की स्किल मैपिग शुरू की जाएगी। जिस कार्य में वह दक्ष है उसी के आधार पर सूची बनाई जा रही है। इसमें पांच योजनाओं के तहत लोन दिया जाएगा। जिससे लोन लेने वाला खुद तो अपना का शुरू कर सके इसके साथ ही वह दूसरों को भी काम दे सके। सभी का योजनाओं का आवेदन ऑनलाइन किया जा सकता है।

यह हैं योजनाएं

मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना

- उद्योग क्षेत्र में 25 लाख रुपये तक लोन

- सेवा क्षेत्र में 10 लाख रुपये तक का लोन

- सब्सिडी 25 प्रतिशत प्रत्येक क्षेत्र के लिए

- उद्योग क्षेत्र के लिए अधिकतम सब्सिडी 6.25 लाख रुपये

- सेवा क्षेत्र में अधिकतम सब्सिडी 2.50 लाख रुपये

इसके लिए योग्यता

- अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश का मूल निवासी हो।

- 18 से 40 वर्ष के बीच आयु हो

- हाईस्कूल होना अनिवार्य है

- किसी भी वित्तीय संस्था से डिफाल्टर न हो।

- क्या प्रोजेक्ट लगा रहे उसकी रिपोर्ट

- कार्यस्थल निजी होने का प्रमाण पत्र

प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना

भारत सरकार की तरफ से यह योजना बेरोजगारों को स्वरोजगार से जोड़ने की महत्वाकांक्षी योजना है। जिसमें तहत 25 लाख रुपये तक की परियोजना लागत की इकाइयों को बैंकों से वित्त पोषण प्रदान कराकर सरकारी सहायता के रूप में 15 से 35 प्रतिशत तक मार्जिन मनी अनुदान दिया जाएगा। योजना जिला उद्योग के प्रोत्साहन व उद्यमिता विकास केंद्र में शहरी विकास केंद्र शहरी व ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में किया जाएगा। शर्तें लगभग सामान हैं।

एक जनपद एक उत्पाद वित्त पोषण योजना(जरी एवं जरदोजी उत्पादन)

यह योजना जिले के चयनित उत्पाद जरी एवं जरदोजी के संबंधित हस्तशिल्पियों की आर्थिक सहायता के लिए है। जनपद के केंद्र, राज्य सरकार के विभिन्न विभाग, मंत्रालयों की तरफ से जारी पहचान पत्र, पंजीयन प्रमाण पत्र, आधार धारक उद्यमी व इकाइयों पात्र होगी जो जिले में में चयनित उत्पाद जरी जरदोजी उद्योग, सेवा अथवा व्यवसाय से संबंधित किसी भी कार्य को करते हैं। इसके लिए लोन के जरूरी सभी संबंधित जरूरी कागजात होना चाहिए। इसमें 25 से लेकर डेढ़ करोड़ रुपये तक लोन मिलता है। लोन के आधार पर मार्जिन मनी बढ़ती जाएगी।

एक जनपद एक उत्पाद प्रशिक्षण एवं टूल किट योजना(जरी एवं जरदोजी उत्पादन)

कौशल विकास और टूल-किट वितरण वितरण योजना का उद्देश्य प्रदेश में ओडीओपी उत्पादों को शामिल किया गया है। इसमें संबंधित को दस दिन का प्रशिक्षण देकर निश्शुल्क टूल किट दी जाएगी।

विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना

शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के तहत परंपरागत कारीगरों में टोकरी बुनकर, कुम्हार, लोहार, राजमिस्त्री, दर्जी, बढ़ई, नाई, हलवाई, मोची व सुनार आदि किया गया है। इन लोगों को छह दिन का प्रशिक्षण देकर निश्शुल्क टूल किट, प्रमाण पत्र और न्यूनतम मानदेय प्रदया किया जाएगा। 14 मई से आए अब तक आवेदन

मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना - 88

प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना- 77

ओडीओपी: 13 वर्जन: सरकार ने रोजगार के लिए पांच योजनाएं शुरु की हैं। इसके लिए आवेदन मांगे गए हैं। जिसमें प्रवासी समेत स्थानीय दक्ष श्रमिक भी ऋण के लिए आवेदन कर सकेंगे। आवेदनों की संख्या लगातार बढ़ रही है।

दुर्गेश कुमार, उपायुक्त, उद्योग


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