विलय प्रस्ताव के विरोध में बैंक कर्मियों का प्रदर्शन
बैंकों के विलय प्रस्ताव के बैंक कर्मियों ने विरोध शुरू कर दिया है।
जेएनएन, शाहजहांपुर : बैंकों के विलय प्रस्ताव के बैंक कर्मियों ने विरोध शुरू कर दिया है। वित्त मंत्री घोषणा के दूसरे ही दिन बैंक कर्मी सड़कों पर उतर आए। उन्होंने विलय प्रस्ताव के कर्मचारी विरोधी बताते हुए वापस लिए जाने की मांग की।
यूपी बैंक इंपलॉइज यूनियन के बैनर तले जुटे कर्मचारियों ने प्रस्ताव के प्रभावों से अवगत कराया। जिला महामंत्री अतुल मेहरोत्रा ने कहा कि केंद्र सरकार के इस कदम से न केवल बैंक कर्मी वरन आम जनता को बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जनसंख्या के अनुपात में आवश्यक बैंक शाखाएं उपलब्ध नहीं हैं। यूनियन निरंतर इस बारे में सरकार से कर्मचारी और बैंक शाखाएं खोलने की मांग करती रही है, लेकिन सरकार ने शाखाओं के विलय से बैंक कर्मियों की छटनी व उत्पीड़न की तैयारी शुरू कर दी है। बड़े बैंक बनाकर हजारों करोड़ के लोन देने का अधिकार अब केवल एक प्रबंधन का हो जाएगा। जबकि पहले बड़े लोन के लिए कई बैंक मिल कर लोन देने की प्रक्रिया करते थे। अपुल मिश्रा, अक्षय सिंह, नरेंद्र सिंह, रंजन कुमार, विमल सक्सेना, ब्रम्हानंद, प्रीति सिंह, निक्की नेगी, , दीपक कुमार, अतुल सक्सेना, धीरज कुमार, आदर्श वाजपेयी, सचिन रस्तोगी, रमेश बाबू, माया शंकर आदि मुख्य रूप से शामिल रहे।