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ऑक्सीजन लगवाने खुद पहुंचे थे स्वास्थ्य कर्मियों के पास

स्टेट बैंक के वरिष्ठ लिपिक की मौत होने के मामले में परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर इलाज के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। हालांकि मेडिकल कॉलेज प्रशासन का दावा है कि उनकी जान बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए।

By JagranEdited By: Published: Sun, 26 Jul 2020 11:44 PM (IST)Updated: Sun, 26 Jul 2020 11:44 PM (IST)
ऑक्सीजन लगवाने खुद पहुंचे थे स्वास्थ्य कर्मियों के पास
ऑक्सीजन लगवाने खुद पहुंचे थे स्वास्थ्य कर्मियों के पास

जेएनएन, शाहजहांपुर : स्टेट बैंक के वरिष्ठ लिपिक की मौत होने के मामले में परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर इलाज के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। हालांकि मेडिकल कॉलेज प्रशासन का दावा है कि उनकी जान बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए।

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साउथ सिटी निवासी बैंककर्मी के साले ने बताया कि रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद शनिवार रात करीब साढ़े दस बजे बहनोई को लेकर मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे थे। जहां एलटू अस्पताल में क्वारंटाइन करने के लिए ही काफी देर तक स्वास्थ्यकर्मी नहीं आए थे। लगभग 11 बजे उन्हें क्वारंटाइन कराया गया। उनका आरोप है कि तबीयत खराब होने की वजह से पहले नीचे के वार्ड में ही शिफ्ट करने का भरोसा दिया गया लेकिन बाद में चौथी मंजिल पर ले गए। देर रात जब तबीयत खराब हुई तो बहनोई स्वयं ही स्वास्थ्यकर्मियों के पास ऑक्सीजन लगवाने के लिए पहुंचे थे। समय से इलाज न मिल पाने की वजह से उनकी तबीयत बिगड़ती चली गई। इससे पहले 14 जुलाई को कोरोना संक्रमित व्यापारी की मौत होने पर भी मेडिकल कॉलेज प्रशासन पर वेंटीलेटर समय से न मिलने का आरोप परिजन लगा चुके है। जिसकी मजिस्ट्रेट जांच भी चल रही है।

आरोप गलत हैं। पहली मंजिल में सभी बेड पर मरीज भर्ती थे। जिस वजह सें दूसरी मंजिल पर शिफ्ट किया गया था। तबीयत खराब होते ही ऑक्सीजन व वेंटीलेटर की व्यवस्था करा दी गई थी।

डॉ. एयूपी सिन्हा, सीएमएस


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