टिड्डी दल पर सर्जिकल स्ट्राइक को एग्री सेना तैयार
राजस्थान से यूपी के बुंदेलखंड में टिड्डियों के हमले के बाद पूरे प्रदेश में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। रुहेलखंड में भी बचाव के प्रयास तेज कर दिए गए हैं।
जेएनएन, शाहजहांपुर : राजस्थान से यूपी के बुंदेलखंड में टिड्डियों के हमले के बाद पूरे प्रदेश में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। रुहेलखंड में भी बचाव के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। शाहजहांपुर में प्रशासन ने निगरानी समिति गठन के साथ ही टिड्डियों के खात्मे को एग्री सेना तैयार की है। 450 ट्रैक्टर माउंटेड स्प्रेयर से सुसज्जित एग्री सेना रात में टिड्डियों पर सर्जिकल स्ट्राइक कर उनका खात्मा करेगी। टिड्डी के दो दल के खात्मे के बाद मई के तीसरे सप्ताह में टिड्डियों के एक दल ने यूपी के बुंदेलखंड में भारी तबाही मचा दी। झांसी में फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया। जिसके बाद प्रमुख सचिव कृषि के निर्देश पर जिले में भी सीडीओ महेंद्र सिंह तंवर की अध्यक्षता में गठित समिति में उप कृषि निदेशक, जिला कृषि अधिकारी, कृषि रक्षा अधिकारी, गन्ना अधिकारी को शामिल किया गया है। संयुक्त कृषि निदेशक जितेंद्र कुमार तोमर भी नियमित तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं। जिला कृषि अधिकारी ने ब्लॉकवार यंत्र चिह्नित कर लिए हैं। पीपीओ ने 4700 लीटर कीटनाशी रसायन का प्रबंध कराया है।
टिड्डी की खासियत
- टिड्डी रात में जमीन में गड्ढा बनाकर 5-7.5 सेमी नीचे अण्डा देती हैं।
- सात से आठ दिन बाद अंडे से बिनापंख वाले हापस निकलते हैं।
- हापस फसलों को खाते हुए प्रौढ़वस्था में परिवर्तित हो जाते हैं।
- प्रौढ़ टिड्डी दल बनाकर 15 से 20 किमी प्रति घंटा की गति से सफर तय कर फसलों को नुकसान पहुंचाते है।
वर्जन
टिड्डी सभी वनस्पतियों को नुकसान पहुंचाती है। एक बार में करीब 20 वर्ग किमी तक झुंड में हमला करती है। नियंत्रण के लिए 450 ट्रैक्टर माउंडेट स्प्रेयर की व्यवस्था कर ली गई है।
डा. सतीश चंद्र पाठक, जिला कृषि अधिकारी निगरानी समिति के निर्देश पर क्लोरोपाइरीफॉस 20 प्रतिशत ईसी, लैमडासाईहैलोथिन 5 प्रतिशत ईसी, मैथालियान, फिप्रोनिल 5 प्रतिशत का प्रबंध कर लिया गया है। सभी विकास खंडों में पर्याप्त मात्रा में रसायन उपलब्ध है।
-डा. शिव शंकर सिंह, जिला कृषि रक्षा अधिकारी