तीन माह बाद भी महिला अस्पताल में बहाल नहीं हुईं व्यवस्थाएं
जिला अस्पताल में महिलाओं के लिए सौ बेड का अत्याधुनिक अस्पताल का निर्माण किया गया है।
जेएनएन, शाहजहांपुर : जिला अस्पताल में महिलाओं के लिए सौ बेड का अत्याधुनिक अस्पताल का निर्माण किया गया है। अस्पताल का शुभारंभ हुए तीन माह से अधिक का समय हो चुका है, लेकिन अभी तक अस्पताल प्रशासन बिल्डिग में बेड और अन्य फर्नीचर की व्यवस्था नहीं कर पाया है। सिर्फ ओपीडी और इंजेक्शन लगाने की व्यवस्था शुरू हो पाई है।
जिला अस्पताल में 1956.75 लाख की लागत से सौ बेड का अत्याधुनिक महिला अस्पताल बनाया गया। पहले तो इसे बनने में लगातार देरी होती रही। इसका निर्माण कर रही एजेंसी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया गया। कंपनी से काफी समय के बाद बिल्डिग अस्पताल प्रशासन को सौंपी। अस्पताल प्रशासन ने करीब तीन माह पहले बिल्डिग की शुरुआत कराई। इसके महिला डॉक्टरों ने ओपीडी शुरू कर दी। पर्चा काउंटर बन गया, महिलाओं और बच्चों के इंजेक्शन लगने लगे। अस्पताल की बिल्डिग पांच मंजिला है। प्रथम तल पर काम चल रहा है। तीन माह बीत जाने के बाद अस्पताल में अभी तक बेड नहीं पड़े हैं। मरीजों से बातचीत
- डॉक्टर ने देखकर दवा लिख दी, उसने लेने के लिए अस्पताल में काफी भटकना पड़ा, लेकिन दवा नहीं मिल पाई। बगैर दवा के घर लौटना पड़ रहा है। अस्पताल में व्यवस्था ठीक नहीं हैं।
- नुजहत जहां, मरीज नई बिल्डिग में अभी तक व्यवस्था ठीक नहीं हुई है। मरीजों को दवा के नहीं मिल पाती है। बिल्डिग में आधी-अधूरी व्यवस्थाएं है। जिसकी वजह से मरीजों का सामना पड़ता था। समय से पहले डॉक्टर उठ जाते हैं।
शोभा देवी, मरीज वर्जन: महिला अस्पताल में जल्द ही बेड की व्यवस्थाओं के अन्य व्यवस्थाएं शुरू हो जाएंगी। इसके लिए शासन में अधिकरियों से बातचीत चल रही है।
- डॉ. एमपी गंगवार, सीएमएस, जिला अस्पताल