आ गए खुशियों के त्योहार, तेज हुआ मिलावट का कारोबार
त्योहार आते ही मिलावट का कारोबार तेज हो जाता है। प्रशासन की सख्ती के बावजूद यह कारोबार थमने का नाम नही ले रहा।
जेएनएन, शाहजहांपुर : त्योहार आते ही मिलावट का कारोबार तेज हो जाता है। प्रशासन की सख्ती के बावजूद यह कारोबार थमने का नाम नही ले रहा। जलालाबाद में मसाला, तिलहर में दूध व खोया, पुवायां में खाद्यान्न तथा शहर में तेल, घी, मिठाई सरीखे खाद्य पदार्थो में मिलावट के कई मामले सामने आ चुके है। गत वित्तीय वर्ष में लिए गए खाद्य पदार्थ 173 नमूनों में 38 जांच में फेल हो गए। प्रशासन की ओर से जुर्माना के साथ मुकदमा भी दर्ज कराया गया, लेकिन सेहत व मानवता के दुश्मन सुधरने का नाम नहीं ले रहे। इसलिए खुशियों के लिए त्योहार जागरूकता बेहद जरूरी हो गई है।
यह है मिलावट के कुछ नमूने
- दूध में पानी, पावउर, शैंपू।
- देशी घी में वनस्पति घी व रिफाइंड
- मिर्च पाउडर में गेरुआ
- धनिया मसाला में चावल का घूटा
- काली मिर्ज में पपीता बीज
- जीरा में कुश, कांस के फूल
- सरसों तेल में राइस ब्रान आयल
- खोया में मैदा, शकरकंद
- मिठाइयों में रंग
- सौंफ में हरे रंग मिलावट से बचाव के विशेषज्ञ के टिप्स - खाद्य, पेय सामग्री पंजीकृत दुकानों से ही खरीदें।
- दुकान पर प्रदर्शित एफएसएसएआइ का प्रमाणन भी अवश्य देख लें।
- पैकेट पर एफएसएसएआइ, लाइसेंस नंबर, बैच नंबर, बेस्ट बिफोर यूज डेट अवश्य देखें।
- रंगीन, चमकदार खाद्य पदार्थों की ओर आर्किषत न हो, यह नुकसानदायक हो सकते हैं।
- खुले व गंदे स्थानों पर बिकने वाले खाद्य पदार्थ न खरीदें, न ही इस तरह के क्षेत्र में बैठकर कुछ खाएं।
- किसी प्रकार की मिलावट की सूचना खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग से अवश्य साझा करें।
वीके गर्ग, अभिहित अधिकारी- खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग